दून अस्पताल की इमरजेंसी में कटेगा पर्चा, चुकानी होगी फीस
दून अस्पताल की इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को अब पर्चे के 17 रुपये चुकाने होंगे। इमरजेंसी में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। इस पर्चे पर मरीज को दिए इलाज का विवरण दर्ज होगा। पहले इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को एक पर्ची पर दवा एवं इंजेक्शन आदि लिख दिए जाते थे। जब बाद में वह ओपीडी में आता था, तो उसके पास कोई रिकॉर्ड नहीं होता था। डिप्टी एमएस डा. धनंजय डोभाल के मुताबिक इस नई व्यवस्था से उपचार और जांच आदि की डिटेल पर्चे पर दर्ज होने की सहूलियत मिलेगी। ओपीडी में मरीज की हिस्ट्री डॉक्टर देख सकेंगे। उधर, कई बगैर जरूरी मरीजों के यहां आने पर भी लगाम लगेगी।
भर्ती होने पर बनती है फाइल
अभी तक इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को दवा या इंजेक्शन देकर भेज दिया जाता था। उनका नाम एक रजिस्टर में दर्ज होता था। यदि भर्ती करने की जरूरत होती तो ही उनकी फाइल बनाई जाती थी। यहां 24 घंटे में इमरजेंसी में 200 से 300 मरीज आते हैं। जिनमें से 50 से 60 को भर्ती करने की जरूरत पड़ती है।
पर्चे का रंग बदला जाएगा
इमरजेंसी के पर्चे का रंग भी बदलने पर मंथन किया जा रहा है ताकि संबंधित डॉक्टरों को मरीज को देखने में आसानी हो। ओपीडी के पर्चे का रंग सफेद है तो इसे पीला या लाल करने पर मंथन है।
मेडिकल फीस की रसीद देना अनिवार्य
इमरजेंसी को बिल्कुल कैशलेस बनाया जा रहा है। हर ईएमओ के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि वह मेडिकल बनाते समय रसीद जरूर दें। आने वाले दिनों में बिलिंग काउंटर पर ही मेडिकल फीस जमा हो जाएगी। जिससे यहां मेडिकल बनाने में आने वाली शिकायतों पर लगाम लगेगी।