सीटी स्कैन के लिए नहीं लगानी पड़ेगी दौड़
चंपावत। चंपावत के लोगों को सीटी (कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी) स्कैन के लिए दूसरे जिलों की दौड़ नहीं लगानी होगी। चंपावत जिले के लिए सीटी स्कैन मशीन मंजूर हो गई है। मशीन देहरादून पहुंच चुकी है। जिला अस्पताल में लगने वाली सीटी स्कैन मशीन के लिए जगह चयनित कर ली गई है। डेढ़ महीने बाद लोगों को जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा का लाभ मिलने लगेगा।
चंपावत जिले में तीन बड़े अस्पताल सहित कुल 23 सरकारी स्वास्थ्य केंद्र हैं लेकिन किसी में भी सीटी स्कैन की सुविधा नहीं है जबकि हर माह जिले में औसतन 150 से अधिक लोगों को सीटी स्कैन के लिए दूसरी जगह जाना पड़ता है। इस वजह से लोगों को सीटी स्कैन कराने के लिए मोटी रकम खर्च करने के अलावा ऊधमसिंह नगर, हल्द्वानी, बरेली आदि स्थानों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। लोगों की यह परेशानी जल्द दूर होने वाली है।
जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. एचएस ऐरी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड कक्ष के पास सीटी स्कैन मशीन कक्ष स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि सीटी स्कैन की तस्वीर सामान्य एक्सरे की अपेक्षा खासी बेहतर आती है। दुर्घटनाओं या आघात से आंतरिक चोट लगने पर पता लगाने के लिए मुख्य रूप से इसका उपयोग होता है। संवाद
अस्पताल की व्यवस्थाओं में हो रहा सुधार
चंपावत। जिला अस्पताल में इस साल स्वास्थ्य सुविधाओं में खासा गुणात्मक सुधार हुआ है। इस साल जुलाई में हंस फाउंडेशन की मदद से डायलिसिस की तीन यूनिट लगाई गईं। उत्तरायण फाउंडेशन की मदद से दिल की बीमारी के निदान के लिए हार्ट केयर यूनिट की प्रक्रिया चल रही है। साथ ही जल्द ही आईसीयू का संचालन भी शुरू होने वाला है।
जिले में पहली सीटी स्कैन मशीन चंपावत जिला अस्पताल के लिए स्वीकृत हुई है। यह मशीन देहरादून से एक सप्ताह में चंपावत पहुंच जाएगी। सीटी स्कैन के लिए तकनीकी कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
– डॉ. केके अग्रवाल, सीएमओ, चंपावत।