भारतीय खिलाड़ियों का कमाल, प्रज्ञानानंदा और नंधिधा ने जीता खिताब
एशियन चेस चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। पुरुष वर्ग में भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने खिताब जीता। वहीं, महिला वर्ग में भारत की ही पीवी नंधिधा चैंपियन बनीं। प्रज्ञानानंदा को इस टूर्नामेंट में टॉप सीड दी गई थी और उनकी जीत पहले ही तय मानी जा रही थी, लेकिन नंधिधा की जीत देश के लिए नई उम्मीद जगाने वाली है।
नौवें और अंतिम दौर में भारत के ही बी अधिबान के साथ प्रज्ञानानंदा का मैच 63 चाल के बाद ड्रॉ रहा और प्रज्ञानानंदा सात अंक के साथ शीर्ष रहे। 17 साल के प्रज्ञानानंदा ने अंतिम दौर से पहले ही अन्य खिलाड़ियों पर आधे अंक की बढ़त बना रखी थी। उन्होंने अंतिम दौर में अनुभवी अधिबान से ड्रॉ खेलकर खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ प्रज्ञानानंदा ने अगले फिडे विश्व कप मे भी जगह बना ली है।
अंतिम दौर में एसएल नारायणन, हर्ष भारतकोटि, कार्तिक वेंकटरमन और एस वोखिदोव के पास खिताब जीतने का मौका था, लेकिन सभी खिलाड़ियों का आखिरी मैच ड्रॉ रहा और ये चारों खिलाड़ी खिताब जीतने का मौका चूक गए। नारायणन ने वोखिदोव के साथ ड्रॉ खेला। वहीं, हर्ष और वेंकटरमन का मैच भी ड्रॉ रहा।
ग्रैंडमास्टर एसपी सेतुरमन ने 41 चाल में अंतरराष्ट्रीय मास्टर कोस्तव चटर्जी को हराकर 6.5 अंक हासिल किए। उनके अलावा टूर्नामेंट में पांच अन्य खिलाड़ियों ने भी 6.5 अंक हासिल किए। हर्ष ने बेहतर टाईब्रेक स्कोर के कारण दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि अधिबान तीसरे स्थान पर रहे। नारायणन ने चौथा, वोखिदोव ने पांचवां, सेतुरमन ने छठा और वेंकटरमन ने सातवां स्थान हासिल किया।
महिला वर्ग में महिला ग्रैंडमास्टर नंधिधा ने नौवें दौर में दिव्या देशमुख से ड्रॉ खेलकर 7.5 अंक के साथ खिताब अपने नाम किया। तमिलनाडु की यह खिलाड़ी नौ दौर में अजेय रही और इस दौरान छह बाजी जीती।
महिलाओं में प्रियंका नुटक्की, दिव्या और वियतनाम की थी किम फुंग ने 6.5 अंक हासिल किए। प्रियंका ने बेहतर टाईब्रेक स्कोर के आधार पर दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि दिव्या तीसरे सथान पर रहीं। थी किम चौथे पायदान पर रहीं।