। देश के आखिरी गांव में अलग कानून:4 शादियां कर सकती है महिला, टोपी बताती है पत्नी के साथ कमरे में कौन
हिमाचल में आज विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग है। बीते 2 महीने से राज्य में चुनाव प्रचार की धूम थी और अब 8 दिसंबर को आने वाले रिजल्ट का इंतजार है। यहीं एक गांव ऐसा भी है, जो इस शोर-शराबे से दूर है।
ये भारत का आखिरी गांव कहलाता है। देश का आखिरी बस स्टैंड, आखिरी स्कूल, आखिरी पोस्ट ऑफिस और आखिरी ढाबा भी यहीं है। चीन-तिब्बत की सीमा पर मौजूद इस गांव में 471 वोटर हैं, लेकिन यहां के रीति-रिवाज बिल्कुल हटकर हैं।
देवी को पूजने वाले इस गांव में एक महिला दो या दो से ज्यादा पुरुषों से शादी कर सकती है। यही नहीं बेटियों को पैतृक संपत्ति में हिस्सा नहीं दिया जाता। बाहरी लोगों की परछाई खाने पर पड़ जाए तो उसे फेंक दिया जाता है।
ये कहानी है भारत-तिब्बत ओल्ड रोड पर सांगला से 28 किलोमीटर दूर बसे खूबसूरत छितकुल गांव की। यहां से तिब्बत-चीन बॉर्डर करीब 60 किलोमीटर दूर है। पहले बॉर्डर के उस पार आना-जाना भी होता था, लेकिन 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद से सब बंद है।