पुरुष निभाएंगे जिम्मेदारी, परिवार नियोजन में करेंगे भागीदारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने का कहना है पुरुषों में नसबंदी कराने को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां व्याप्त हैं, जो कि सही नहीं है। नसबंदी ऑपरेशन के बाद से किसी भी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है। बल्कि वैवाहिक जीवन और भी सुखमय हो जाता है। महिला नसबंदी की तुलना में पुरुष नसबंदी बहुत ही मामूली शल्य प्रक्रिया है। सीएमओ ने बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़ाड़े के तहत जिला पुरुष व महिला अस्पताल सहित नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि 26 नवंबर दिन शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खतौली पर पुरुष निभाएंगे जिम्मेदारी, परिवार नियोजन में करेंगे भागीदारी की थीम पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बॉर्बर एवं निजी चिकित्सकों का पुरुष नसबंदी पर उन्मुघिकरणउन्मुखीकरण किया जाएगा,। जिसमें परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता को बढ़ाने पर बल दिया जाएगा और जागरूरुकता पर जोर रहेगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग द्वारा पुरुष नसबंदी पखवाडा 2021 2022 के अंतर्गत जिले में 27 नवंबर तक मोबिलाइजेशन सप्ताह चलाया जा रहा है। मोबिलाइजेशन सप्ताह के अंतर्गत पुरुष नसबंदी के बारे में समाज में जागरूरुकता लाने, परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढाने एवं पुरुषों द्वारा पुरुष नसबंदी को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनाया की अवधारणा का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। आयोजित मोबिलाइजेशन सप्ताह के अंतर्गत एएनएम एवं आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओँके द्वारा अपने क्षेत्र के योग्य दंपतियों को पुरुष गर्भ निरोधक साधन अपनाने नों के लिए संवेदीकरण, चिन्हीकरण एवं पंजीयन किया जा रहा है और साथ ही उन्हें परिवार नियोजन के बारे में अन्य जानकारियों दी जा रही है।