हल्द्वानी। नैनीताल शहर आईएसओ (अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन) प्रमाणित पानी पिलाने वाला राज्य का पहला शहर बनने जा रहा है। जलसंस्थान ने नैनीताल में विभागीय कार्यालय के साथ ही नगरीय क्षेत्र में आईएसओ 9001 से प्रमाणित पेयजल आपूर्ति के लिए काम करना शुरू कर दिया है। कागजी कार्यवाही पूरा करने के लिए जलसंस्थान ने दिल्ली की आउटसोर्सिंग एजेंसी से अनुबंध किया है। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार गुणवत्तायुक्त पानी की सप्लाई के लिए जलसंस्थान तीन सॉफ्टनिंग प्लांटों और 10 एमएलडी के आरओ प्लांट को अपग्रेड करेगा। जलसंस्थान प्रस्ताव शासन को भेजने जा रहा है।
हल्द्वानी। नैनीताल शहर में शुद्ध पानी की आपूर्ति के लिए एडीबी के सहयोग से 10 एमएलडी का आरओ प्लांट भी लगा है। इस प्लांट के संचालन में 40 प्रतिशत पानी बर्बाद हो जाता है। इसे देखते हुए प्रशासन ने इस प्लांट को बंद कर दिया है। आरओ प्लांट को अपग्रेड करने की योजना भी जलसंस्थान ने बनाई है। इसके जरिये पानी की बर्बादी रोकी जा सकेगी। जरूरत पड़ने पर आरओ प्लांट से भी शुद्ध पानी की आपूर्ति की जा सकेगी। (संवाद)
जल की कठोरता को दूर करते हैं सॉफ्टनिंग प्लांट
हल्द्वानी। नैनीताल की पहाड़ियों में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा है। इस कारण जो पानी झील में पहुंचता है उसमें कठोरता अधिक है। झील का पानी ही पेयजल के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। नैनीताल में पानी की कठोरता 400 पीपीएम है। सॉफ्टनिंग प्लांटों के जरिये इसे 200 पीपीएम पर लाया जाता है।
क्या है आईएसओ 9001
आईएसओ 9001 गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली का अंतरराष्ट्रीय मानक है। जो ग्राहकों की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को पूरा करके ग्राहकों की संतुष्टि में वृद्धि करता है। यह कई बिंदुओं में गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली की शर्तों को निर्धारित करता है।
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नैनीताल शहर में पेयजल आपूर्ति की गुणवत्ता को सुनिश्चित करते हुए आईएसओ 9001 से प्रमाणित करने की कार्रवाई की जाएगी। सॉफ्टनिंग प्लांटों और आरओ प्लांट को अपग्रेड किया जाएगा। इसके बाद आईएसओ प्रमाणित करने के लिए रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही की जाएगी। दिल्ली की आउटसोर्सिंग कंपनी को यह कार्य सौंपा गया है।
विशाल कुमार सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, जल संस्थान