लाइसेंस नवीनीकरण के नाम पर रिश्वत लेते मंडी निरीक्षक गिरफ्तार
रुड़की: आरा मशीन एवं लकड़ी की टाल के लाइसेंस नवीनीकरण के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे रुड़की मंडी के निरीक्षक को विजिलेंस टीम ने 30 हजार रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया है। टीम मंडी निरीक्षक को अपने साथ देहरादून ले गई है।
रुड़की निवासी शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी पुरानी आरा मशीन एवं लकड़ी की टाल है। दोनों का ही लाइसेंस नवीनीकरण किया जाना है। इसके लिए उन्होंने रुड़की मंडी परिषद के कार्यालय पर एक प्रार्थना पत्र दिया था। साथ ही जल्द लाइसेंस नवीनीकरण की मांग की थी।
इसके एवज में मंडी निरीक्षक रुड़की शिवमूर्ति सिंह की ओर से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। साथ ही उनके लाइसेंस का नवीनीकरण भी नहीं किया जा रहा था। इसके बाद व्यापारी ने देहरादून पहुंचकर मामले की शिकायत विजिलेंस कार्यालय में की। इस पर पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान, देहरादून ने मामले की गोपनीय जांच कराई, जिसमें शिकायत सही पाई गई।
गुरुवार को देहरादून से पुलिस क्षेत्राधिकारी तुषार बोरा के नेतृत्व में विजिलेंस की टीम ने मंडी निरीक्षक शिवमूर्ति निवासी ग्राम खपटिहा, थाना हड़िया, जिला प्रयागराज उप्र हाल निवासी मंडी समिति कालोनी ज्वालापुर को जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपित 30 हजार की रिश्वत ले रहा था
विजिलेंस टीम की ओर से अचानक हुई कार्रवाई से मंडी परिसर में हड़कंप मच गया। टीम ने पूरे कार्यालय की घेराबंदी कर किसी को भी अंदर नहीं आने दिया। इसके बाद टीम ने यहां छानबीन शुरू की। इसी बीच मंडी कार्यालय के बाहर भीड़ लगनी शुरू हो गई। गंगनहर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। वहीं एक टीम ज्वालापुर मंडी स्थित मंडी निरीक्षक के कार्यालय पर भी पहुंच गई है।
रुड़की मंडी पहले से विवादों में रही है। मंडी में भ्रष्टाचार का बोलबाल रहा है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती है। करीब छह साल पहले मंडी के तत्कालीन सचिव आरपी सिंह को विजिलेंस टीम ने एक व्यापारी से घूस लेते गिरफ्तार किया था।
मंडी निरीक्षक शिवमूर्ति सिंह अक्सर विवादों में रहा है। लंबे समय से वह रुड़की मंडी में तैनात है। पूर्व में उसे यहां से हटाकर हरिद्वार भेज दिया था, लेकिन एक माह बाद ही उसका हरिद्वार से फिर रुड़की तबादला कर दिया गया था।