उत्तराखंड: प्रदेश में खुलेंगे 100 आंचल कैफे, उत्पादों की होगी मार्केटिंग, मंत्री सौरभ बहुगुणा ने की घोषणा
देहरादून के घंटाघर स्थित एमडीडीए कॉम्पलेक्स में आंचल कैफे का उद्घाटन किया गया। सरकार के अपने ब्रांड आंचल दूध से बने उत्पादों की मार्केटिंग और रोजगार के लिए प्रदेश भर में इस तरह के 100 आंचल कैफे खोले जाएंगे। दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसकी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से कैफे बनाकर दिया जाएगा, जो कमीशन के आधार पर संचालित होगा। सरकार ने आंचल कैफे आवंटन में शहीदों के आश्रितों, राज्य आंदोलनकारी, दिव्यांग, महिलाओं, युवाओं को प्राथमिकता दी है। कैफे में लोगों को दूध के अलावा आइसक्रीम, दही, लस्सी, शेक, घी, पनीर समेत अन्य दुग्ध उत्पाद एक ही जगह पर मिलेंगे।
विभागीय मंत्री ने कहा कि दुग्ध बाजार में दूसरे राज्यों ने कब्जा जमाया हुआ है। इस स्पर्धा में टक्कर देने के लिए आंचल दूध व उत्पादों की ब्रांडिंग करने की आवश्यकता है। साथ ही गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। आंचल का पहला कैफे शहीद जगदीश प्रसाद की पत्नी कंचनी देवी को आवंटित किया गया। दो माह के भीतर देहरादून के महत्वपूर्ण स्थानों पर 10 आंचल कैफे और स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने भूसे में 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय लिया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक खजान दास ने कहा कि आंचल डेयरी में अच्छा कार्य किया जा रहा है। सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए नई-नई योजना बना रही है। नगर निगम मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि आंचल कैफे से युवाओं को रोजगार मिलेगा। डेयरी विभाग के परियोजना निदेशक जयदीप अरोड़ा ने आंचल कैफे योजना के बारे में जानकारी दी।