ऋण- जमा अनुपात कम होने पर डीएम नाराज
पिथौरागढ़। डीएम ने जिला स्तरीय पुनरीक्षण समन्वय समिति (डीएलआरसी) और जिला परामर्श दात्री समिति के साथ मंगलवार को बैठक की। उन्होंने 2022-23 में ऋण जमा अनुपात कम होने पर नाराजगी जताई और बैंकों को ऋण जमा अनुपात बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने सरकार की ओर से संचालित विभिन्न सरकारी योजना के ऋण बांटने को भी कहा। इस दौरान डीएम ने आरसेटी के कार्यों की भी समीक्षा की।
बैठक में लीड बैंक अधिकारी अमर सिंह ग्वाल ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष की द्वितीय त्रैमास ऋण जमा अनुपात 35.12 प्रतिशत है जो कि रिजर्व बैंक के मानक 40 प्रतिशत लक्ष्य के सापेक्ष कम है। इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए बैंकर्स को ऋण जमा अनुपात बढ़ाने के निर्देश दिए। बैंकों के ऋण वितरण कार्यों की समीक्षा के दौरान डीएम ने बैंकर्स को ऋण आवेदनों को लंबित नहीं रखने के निर्देश दिए। कहा कि या तो आवेदनों को स्वीकृत किया जाए या फिर अस्वीकृत कर दिया जाए।
किसान क्रेडिट कार्ड की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्धारित वार्षिक लक्ष्य के अनुसार किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड तेजी से बनाने को कहा। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी ऋतु टम्टा को दुग्ध संघ, पशुपालन, मत्स्य आदि विभागों की ओर से भेजे गए आवेदनों के सापेक्ष बैंकों ने कितने किसान क्रेडिट कार्ड बनाए गए हैं इसका ब्योरा प्रतिमाह बैंकर्स से लेने के निर्देश दिए। सीएम स्वरोजगार ऋण योजना के कार्यों की समीक्षा के दौरान डीएम ने बैंकर्स को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत लंबित ऋण आवेदनों का निस्तारण प्राथमिकता से करने को कहा।
आरसेटी के प्रशिक्षण कार्यों की समीक्षा के दौरान डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इच्छुक लोगों को हाउस कीपिंग, बढ़ई संबंधी कार्यों और यांत्रिक कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाए। बैठक में डीडीओ रमा गोस्वामी, देहरादून से आए सहायक महाप्रबंधक आरबीआई दिग्विजय सिंह सजवान, लीड बैंक अधिकारी अमर सिंह ग्वाल आदि अधिकारी और बैंक कर्मी मौजूद थे।