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कॉर्बेट से लगे सीतावनी में भी होगी ऑनलाइन बुकिंग

(नैनीताल)। कॉर्बेट पार्क से लगे रामनगर वन प्रभाग के सीतावनी में जंगल सफारी करने के लिए सैलानियों को अब ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी। नए साल से यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है। ऑनलाइन बुकिंग होने से अब सैलानियों को ठगी का शिकार नहीं होना पड़ेगा। अब तक टेढ़ा गेट और पवलगढ़ गेट पर सफारी के लिए पर्ची कटवानी पड़ती थी।

रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि सीतावनी में जंगल सफारी के लिए सैलानियों को नए साल से ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी। इसके लिए वेबसाइट तैयार कराने के लिए शासन से अनुमति मिल गई है। ऑनलाइन बुकिंग होने पर सैलानियों को जिप्सी नंबर, जिप्सी चालक का नाम और मोबाइल नंबर का एसएमएस पहुंच जाएगा। ऐसे में सैलानी को जिप्सी तलाशने की समस्या से बचेंगे। सीतावनी के लिए स्थानीय ग्रामीणों की जिप्सियों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिप्सी का पंजीकरण, नेचर गाइडों का पंजीकरण भी कराया जाएगा। कॉर्बेट में पंजीकृत जिप्सियां भी सीतावनी में सैलानियों को जंगल सफारी करा सकेंगी। उनका पंजीकरण किया जाएगा, लेकिन पहले सीतावनी से जुड़े ग्रामीणों की जिप्सियां पंजीकृत होंगी। रामनगर वन प्रभाग से जुड़े ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने के लिए कॉर्बेट की तर्ज पर पवलगढ़ कंजर्वेशन फाउंडेशन बनेगा, इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है।

अब सीतावनी जाएंगी 200 जिप्सियां
डीएफओ ने बताया कि सीतावनी जाने के लिए पवलगढ़ और टेढ़ा गेट पर पहले 50-50 जिप्सियां सुबह और शाम को थीं। अब दोनों गेटों से 100-100 जिप्सियां जंगल सफारी के लिए जा रही हैं। ऐसे में 200 जिप्सियां एक दिन में जंगल सफारी के लिए जाएंगी। इसके अतिरिक्त जिप्सियों को जंगल सफारी के लिए नहीं जाने दिया जाएगा।
लाखों की संख्या में भ्रमण करते हैं सैलानी
सीतावनी में जंगल सफारी करने लाखों की संख्या में सैलानी आते है। कॉर्बेट के बाद सीतावनी सैलानियों की पहली पसंद है।
साल सैलानियों की संख्या
2017-18 एक लाख 82 हजार
2018-19 एक लाख 84 हजार
2019-20 एक लाख 39 हजार
2020-21 60 हजार 882 (यह वर्ष कोरोना से प्रभावित रहा)
2021-22 73 हजार 912 (यह वर्ष कोरोना से प्रभावित रहा)
2022-23 25 हजार (अब तक) नवंबर से शुरू हुआ पर्यटन

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