पहाड़ों पर रोडवेज बस सेवा का होगा निजीकरण
हल्द्वानी। परिवहन निगम पर्वतीय मार्गों पर 28 और 35 सीटर बसों को अनुबंध के आधार पर चलाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन की ओर से जारी किए गए आदेश के अनुसार, उत्तराखंड परिवहन निगम पहाड़ों में छोटी बसों को अब अनुबंध के आधार पर चलाएगा। 28 और 35 सीटर बसों के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं। प्रस्तावों को ऑनलाइन स्वीकारा जाएगा। टेंडर के लिए आवश्यक प्रपत्र पांच जनवरी शाम चार बजे तक स्वीकारे जाएंगे।
इधर इसकी जानकारी मिलते ही कर्मचारी संगठनों ने आक्रोश जताया। उनका कहना है कि यह परिवहन निगम का निजीकरण करने की तैयारी है। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के क्षेत्रीय मंत्री आनसिंह जीना ने बताया कि कर्मचारी संगठन इसका विरोध करेंगे। किसी भी कीमत पर रोडवेज का निजीकरण नहीं करने दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पर्वतीय रूटों पर परिवहन निगम की बसों का संचालन कम होता है। हल्द्वानी डिपो के पास ही पर्वतीय रूटों पर चलाने के लिए केवल नौ बसें हैं