निजी चिकित्सायों को हर महीने 24 संभावनाओं पर रिपोर्ट देना अनिवार्य : सीएमओ
ब्राइटशहर, 22 दिसंबर 2022। मुख्य अधिकारी चिकित्सा सभागार में पीएसआई इंडिया के सहयोग से बुधवार की शाम जनपद के स्वास्थ्य विभाग ने निजी चिकित्सायों के साथ बैठक की। मुख्य अधिकारी चिकित्सा डॉ विनय कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिलेभर में आयोजित बैठक में 28 निजी अस्पताल कर्मियों ने हिस्सा लिया। बैठक में निजी चिकित्साकर्मियों के संचालकों को हर माह की 25 तारीख तक अपनी मासिक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य अधिकारी चिकित्सा डा. विनय कुमार सिंह ने कहा- जनपद में परिवार योजना को और बेहतर बनाने के प्रयास जारी हैं। इसी मुद्दे पर जनपद के निजी चिकित्सालयों के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। सीएमओ नेप्रसव संबंधी जांच, आपस विवरण, परिवार भरें (पोस्ट शेयर परिवार भरें, पोस्ट अबोर्शन परिवार भरें) और नियमित टीकाकरण सहित 24 संभावनाओं के बारे में बताया और कहा कि सभी इन पर अपनी रिपोर्ट माह हर सीएमओ कार्यालय को करें
अपर मुख्य अधिकारी चिकित्सा डा. सुधीर गुप्ता ने कहा- जनपद में संचालित निजी चिकित्साकर्मियों के कर्मचारी अपनी रिपोर्ट समय से जमा करें। जनपद में अभी तक 17 मेडिकल की रिपोर्ट ही मिल रही है, जबकि जनपद में जन्म से जुड़े 27 प्रमुख निजी अस्पताल हैं। आईएमए के अध्यक्ष डा. संजीव अग्रवाल ने जनपद में संचालित सभी अस्पताल संचालकों से स्वास्थ्य विभाग के 24 दावों पर मासिक रिपोर्ट देने की अपील की। पीएसआई के आईवी श्रीवास्तव ने कहा- जनपद में विभिन्न योजनाओं के साथ हौसला साझेदारी को बढ़ावा देने की जरूरत है। टीम द्वारा किए गए कार्य को लेकर हौसला साझेदारी कार्यक्रम व आयुष्मान भारत योजना से जुड़े चिकित्सायों को विभाग की दिशा से दिए गए फॉर्मेट में हर रिपोर्ट माहिती है। महिलाओं को दी जाने वाली जन्मपत्रिकाएँ, सी सेक्शन जन्मदाता, सामान्य जन्म, शिशु जन्म, शिशु मृत्यु, पुरुष न चाहते हुए भी जन्म,
डा. गुप्ता ने कहा कि जनपद में सरकारी चिकित्सायों की तरह निजी चिकित्सायों से पूर्णतः प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में स्टेटमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (एचएम आईएस) पर एंटी नेटल केयर नौ, नामांकन, परिवार दर्ज करना और बच्चों के नियमित टीकाकरण की प्राप्ति अनिवार्य है। शिशु व मातृ मृत्यु दर रोकने में इन रिपोर्ट व रिपोर्ट का विशेष योगदान है। उन्होंने कहा – जब तक बच्चे और बाल स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं का पूरा लाभ समुदाय तक नहीं पहुंच पाता, तब तक निजी क्षेत्र से भी पूरी रिपोर्ट नहीं पहुंच पाती। शिकायत की अनुपस्थिति में जिले की रैंकिंग भी प्रभावित होती है। इसी उद्देश्य से निजी चिकित्सायों को अर्जित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बैठक में पीएसआई से विशाल कुमार, पारिवारिक शिक्षा से आलोक कुमार, हिमांशु सचिदेवा, आतिफ अली आदि मौजूद हैं।