नैनीताल के भीमताल में 76 साल बाद दिखा बाघ, नौकुचियाताल में ग्रामीणों ने बनाई वीडियो और फोटो
भीमताल(नैनीताल): भीमताल से लगे नौकुचियाताल में सोमवार की रात बाघ दिखाई दिया है। इससे पहले 1946 में अंतिम बार जोंस स्टेट भीमताल में बाघ दिखाई दिया था। ग्रामीणों ने बाघ की वीडियो बनाई और फोटो भी खींचकर वन विभाग को दिए हैं।
सोमवार रात करीब 11:30 बजे ग्रामीण भुवन भट्ट अपनी कार से नौकुचियाताल से साथियों के साथ अपने घर जा रहे थे। तभी सड़क पर बाघ आ गया। उन्होंने बाघ की वीडियो व फोटो बनाकर प्रसारित भी की। मंगलवार को जिला पंचायत सदस्य अनिल चनौतिया, नितेश बिष्ट व बीडीसी सदस्य ममता बिष्ट ने वन विभाग के अधिकारियों को वीडियो और फोटो दिखाई।
बताया कि दो दिन पहले नौकुचियाताल में ही खेत में मटर की रखवाली कर वापस लौट रहे ग्रामीण पर वन्यजीव ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
आशंका है कि ग्रामीण पर हमला करने वाला तेंदुआ नहीं, बल्कि बाघ हो सकता है। फारेस्टर किशन भगत ने बताया कि ग्रामीणों ने फोटो और वीडियो भेजे है लेकिन विभागीय स्तर पर पुष्टि के लिए क्षेत्र में पिजड़ा और छह कैमरे ट्रैप लगाए जा रहे हैं।
मोबाइल कैमरे में कम उम्र का बाघ कैद हुआ
वन क्षेत्राधिकारी विजय मलकानी के अनुसार ग्रामीणों के मोबाइल कैमरे में कम उम्र का बाघ कैद हुआ है। उसके मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं।
कर्मचारियों को क्षेत्र में नजर रखने को कहा गया है। दो-तीन दिन नजर रखी जाएगी। जहां पर वह दिखाई दिया है। इसके पहले भीमताल क्षेत्र में बाघ होने की कोई जानकारी विभाग के पास नहीं है
बटरफ्लाई शोध संस्थान के निदेशक पीटर स्मेटाचेक के अनुसार 1946 में अंतिम बार जोंस स्टेट में बाघ को देखा गया था। उस समय स्टेट के स्वामी कर्नल जोंस ने शिकारी बुलाकर बाघ को मारा था।