जिला अस्पताल में डॉक्टरों के नशे में होने की जांच पूरी, गलतफहमी आई सामने
अल्मोड़ा। जिला अस्पताल में डॉक्टरों के नशे की हालत में मरीज के परिजनों से की गई अभद्रता के मामले की जांच पूरी हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जांच में दोनों पक्षों की गलतफहमी उजागर हुई है। पीड़ित पक्ष ने जांच कमेटी को दिए बयान में साफ तौर पर कहा कि उनकी बेटी के स्वास्थ्य को लेकर वे काफी तनाव में थे। डॉक्टर के व्यवहार से उसके नशे में होना प्रतीत हुआ, जिसे लेकर गलतफहमी हो गई थी।
बृहस्पतिवार को जिला चिकित्सालय में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी पंत की तरफ से गठित जांच समिति के सामने पीड़ित पक्ष के बयान दर्ज किए गए। मौके पर दोनों आरोपित डॉक्टर भी मौजूद रहे। जांच में पीड़ित पक्ष की मंजू बिष्ट ने कहा वे अपनी बेटी को लेकर जिला अस्पताल पहुंची। बेटी की परेशानी को देखते हुए वह काफी तनाव में थीं। वहां मौजूद डॉक्टर के व्यवहार से उसके नशे में होना प्रतीत हुआ, जिस कारण गलतफहमी हो गई थी।
पीड़ित पक्ष के विभाग को यह बयान देते हुए पूरे मामले का पटाक्षेप हो गया। वहीं एक आरोपी डॉक्टर की खून की जांच रिपोर्ट आनी शेष है। जांच अधिकारी डॉ. कुसुमलता ने कहा पीड़ित पक्ष के बयान दर्ज होते ही मामला सुलझ गया है। फिलहाल दोनों डॉक्टरों के नशे में होने का कोई भी ठोस प्रमाण नहीं मिला है। डॉक्टर की खून जांच रिपोर्ट आनी शेष है। दोनों पक्षों की जांच कर रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है। जांच कमेटी में डॉ. प्रसन्न निगम, डॉ. अखिलेश, रेडक्रास समिति के अध्यक्ष मनोज सनवाल शामिल रहे