नैनीताल। रामगढ़ ब्लाक के कुमाटी गांव स्थित कुमाऊं मंडल की सबसे बड़ी बाखली के दिन बहुरने वाले हैं। डीएम की पहल पर शासन ने बाखली के सौंदर्यीकरण के लिए पहले चरण में 50 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। जल्द ही जिला प्रशासन की ओर से बाखली की मरम्मत और सौंदर्यीकरण जैसे कार्य शुरू करा दिए जाएंगे। जिला प्रशासन का दावा है कि इससे क्षेत्र में पर्यटक गतिविधियां बढ़ेंगी और रोजगार सृजन भी होगा।
नैनीताल से लगभग 26, नथुवाखान से सात और रामगढ़ से पांच किलोमीटर दूर स्थित कुमाटी गांव नैनीताल और अल्मोड़ा जिले की सीमा पर बसा है। गांव की बाखली को कुमाऊं की सबसे बड़ी बाखली का दर्जा मिला है। यह किसी विरासत से कम नहीं हैं। वर्षों से कई परिवार इस बाखली में एक ही छत के नीचे रह रहे हैं। बाखली देखने के लिए आसपास के क्षेत्रों के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में सैलानी भी पहुंचते हैं। इसे देखते हुए जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने पिछले दिनों बाखली को संवारने की योजना शासन को भेजी थी। जिला प्रशासन के इस प्रस्ताव को शासन ने हरी झंडी दे दी है।
डीएम गर्ब्याल ने बताया कि शासन ने बाखली की मरम्मत और सौंदर्यीकरण के लिए पहले चरण में पचास लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस एतिहासिक धरोहर को संवारने का काम शुरू करा दिया जाएगा।
क्राफ्ट म्यूजियम, ओपन थियेटर भी बनेंगे
नैनीताल। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने कुमाटी गांव में स्थित बाखली को पुनर्जीवित करने के संबंध में मंगलवार को डीएम समेत विभागीय अधिकारियों और रामगढ़ ब्लाक के जनप्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर बैठक की। बैठक के दौरान पर्यटन सचिव कुर्वे ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि वह स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा देने के साथ ही गांव से पलायन को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कुमाटी गांव में क्राफ्ट म्यूजियम, ओपन थियेटर, स्थानीय फूड और संस्कृति को बढ़ावा देने के कार्य होंगे। वीसी में जिला विकास पर्यटन अधिकारी बिजेंद्र पांडे, पीएस मनराल, प्रकाश कपिल, गोपाल दत्त जोशी, तारा दत्त जोशी, प्रमोद कुमार, डॉ. पंकज, कवि कुमार आदि अधिकारी थे। माई सिटी रिपोर्टर
कुमाटी गांव की बाखली की विशेषता
बाखली में मकानों की संख्या-38
बाखली में रहने वाले लोगों की संख्या-168
महिलाएं- 92
साक्षरता दर- 70.2 फीसदी
महिला साक्षरता दर- 38.1