हरीश रावत ने प्रदेश सरकार को लिया आड़े हाथ, कहा- ‘भाजपा के आरोप का अर्थ है, हम सही दिशा में हैं’
देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बेरोजगार युवाओं पर लाठीचार्ज प्रकरण में प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने इस प्रकरण को दुर्भाग्यपूर्ण बताते सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने भाजपा की ओर से कांग्रेस पर राजनीति करने के आरोपों को सकारात्मक रूप से लेते हुए इसका अर्थ सही दिशा में जाना बताया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि बेरोजगार युवाओं पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस नहीं लिए गए तो वे अनशन पर बैठ जाएंगे।
कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान हरीश रावत ने भाजपा सरकार को खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवा अपना हक मांग रहे हैं। उन्हें नौकरी चाहिए, वह भी परीक्षा देकर।
युवा सरकार से कोई खैरात नहीं मांग रहे। साथ ही उन पर पुलिस का लाठीचार्ज बेहद निंदनीय है, जिसमें उचित कार्रवाई होनी चाहिए। हरीश रावत ने कहा कि भर्ती घोटालों में पूर्व में पकड़े गए आरोपितों को कड़ी सजा दी जाए।
भाजपा सरकार के संरक्षण में आरोपित जमानत लेकर बाहर घूम रहे हैं। युवाओं का भविष्य खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। हाईकोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर इस प्रकार के प्रकरण की जांच होनी चाहिए।
उन्होंने बेरोजगार युवाओं को गिरफ्तार कर जेल में डाले जाने की भी निंदा की और दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग उठाई। साथ ही आगामी भर्तियों में इस प्रकार की धांधली की आशंका जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार इस बात की गारंटी दे कि आगामी परीक्षाओं में कोई गड़बड़ी नहीं होगी।