काशीपुर। जीबी पंत कॉलेज प्रकरण की जांच नए सिरे से संयुक्त निदेशक शिक्षा करेंगे। शिक्षा महानिदेशक ने संयुक्त निदेशक को जांच अधिकारी नामित किया गया। हालांकि मामले की पहले भी कई स्तर की जांच हो चुकी है। एक बार फिर प्रकरण की जांच का आदेश हुआ है।
पं. गोविंद बल्लभ पंत शिक्षा समिति ने कॉलेज के प्रधानाचार्य रहे अजय शंकर कौशिक पर कॉलेज में अवैध नियुक्तियां करने, वित्तीय अनियमितता के साथ कई अन्य आरोप लगाते हुए उन्हें प्रधानाचार्य के पद से पदमुक्त कर दिया गया था। मामले में शिक्षा समिति के साथ ही मुख्य शिक्षाधिकारी के आदेश पर बीईओ के नेतृत्व में जांच टीम बनाई गई थी। शिक्षा समिति ने जांच पूरी कर जहां पूर्व प्रधानाचार्य कौशिक को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया था, वहीं बीईओ ने जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी थी। मामले में एक बार फिर कॉलेज शिक्षा समिति प्रबंधन ने विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र देकर पूर्व प्रधानाचार्य पर पीटीए फंड में धांधली, अवैध नियुक्तियां करने समेत विभाग की ओर से जांच अधिकारी बनाए गये बीईओ की भूमिका पर संदेह जताते हुए तीन सदस्यीय या उससे अधिक सदस्यों वाली उच्च स्तरीय टीम का गठन कर निष्पक्ष जांच कराने का अनुरोध किया।
महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने संयुक्त निदेशक विद्यालयी शिक्षा देहरादून को जांच अधिकारी नामित कर प्रकरण में शिकायतों की जांच कर आख्या उपलब्ध कराने के आदेश दिये हैं।
कॉलेज प्रबंधक डॉ. एसके शर्मा ने कहा कि महानिदेशक शिक्षा ने 17 फरवरी को मुख्य शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा गठित जांच कमेटी को निरस्त कर नई जांच कमेटी का आदेश दिया है। जिसमें संयुक्त निदेशक को जांच अधिकारी नामित किया गया है। प्रकरण में बीईओ की भूमिका की भी जांच की जानी है। कहा कि कॉलेज को मेल भेजकर सूचित किया गया है कि अपर निदेशक कुमाऊं और मुख्य शिक्षा अधिकारी की ओर से चुनाव प्रकिया पूर्ण होने तक बीईओ को प्रशासक नियुक्त किया गया है। महानिदेशक के आदेश के बावजूद 20 फरवरी को यह पत्र निर्गत कर दिया गया। जबकि मुख्य शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी को पूर्व में ही चुनाव प्रकिया पूर्ण होने की जानकारी दे दी गई है। इसके सभी अभिलेख निलंबित प्रधानाचार्य की अलमारी में बंद हैं। कहा कि मामले की सूचना महानिदेशक को भेज दी गई है।
कोट
विभागीय कमेटी की जांच रिपोर्ट एडी को भेजकर कॉलेज की कमेटी भंग करने को कहा था। कमेटी भंग करने की स्वीकृति के बाद कॉलेज की मैनेजमेंट कमेटी भंग कर प्रशासक नियुक्त कर दिया गया है। महानिदेशक का कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।
-आरसी आर्य, मुख्य शिक्षा अधिकारी