‘आर्मी में सिलेक्ट नहीं हुआ, इसलिए जान दे रहा हूं’सुसाइड नोट लिखकर ट्रेन के आगे कूदा छात्र; पिता बोले- बेटे से वकील ने लिए थे 5 लाख
मैं कायर नहीं, बस फौज में सिलेक्ट न होने से दुखी हूं। मेरा सपना टूटा, इसलिए जान दे रहा हूं। मम्मी-पापा खुद को संभालना” प्रयागराज में 12वीं के छात्र ने सेना में सिलेक्शन न होने पर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। छात्र के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। परिजनों ने दिल्ली के एक वकील पर सिलेक्शन के नाम पर 5 लाख रुपए लेने का आरोप लगाया।
हरिद्वार एक्सप्रेस के आगे कूदा छात्र
छात्र ने रामनगर गंसियारी गांव के सामने मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे हरिद्वार एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान दे दी। मऊआइमा स्टेशन मास्टर मो. इरफान ने जब छात्र का शव देखा तो इसकी सूचना थाने को दी। चौकी प्रभारी राम बालक सिंह ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया।
सुसाइड नोट के आधार पर युवक की पहचान की गई। छात्र की शिनाख्त आर्यन सिंह (19) पुत्र राघवेंद्र सिंह के रूप में हुई है। वो प्रतापगढ़ का रहने वाला था। पुलिस की सूचना पर परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे।
छात्र की जेब से मिला सुसाइड नोट आपको पढ़वाते हैं…
“मैं अपनी इच्छा से खुदखुशी करने जा रहा हूं। मैं बहुत परेशान हूं। कुछ समझ नहीं आ रहा। ये दुख, ये परेशानी मेरी पारिवारिक नहीं है। मेरा आर्मी में जाने का सपना था। जो अब टूट गया है। मां-बाप का नाम रोशन करना था, जो मैं नहीं कर पाया।
ऐसा करने के लिए मुझे किसी ने जोर जबरजस्ती नहीं की। यह लेटर लिखने का मेरा एक ही उद्देश्य है कि मेरे जाने के बाद मेरी फैमिली को किसी भी तरीके से परेशान ना किया जाए।
मुझे माफ कर देना मम्मी-पापा। मैं खुदखुशी करने जा रहा हूं। प्लीज अपने आप को संभालना। दुखी मत होना। भाई और माही मैं खुदखुशी करने जा रहा हूं, मुझे माफ कर देना। मैं कायर नहीं हूं। लेकिन मैं एकदम टूट गया हूं। मुझे माफ करना” घर से गायब हो गया था बेटा
मौके पर पहुंचे पिता राघवेंद्र सिंह ने बताया, आर्यन सोमवार शाम से घर से गायब था। हम लोग उसकी तलाश कर रहे थे लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था। सभी जगह हम लोगों ने पता किया लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। मंगलवार सुबह फोन आया कि मेरे बेटे का शव रेलवे ट्रैक पर मिला है। जिसके बाद हम लोग प्रतापगढ़ से इलाहाबाद आए हैं।
बेटे की मौत की खबर मिली है
राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, दिल्ली के रहने वाले एक वकील ने फौज में भर्ती कराने के नाम पर आर्यन से 5 लाख रुपए लिए थे। 3 महीने बीत जाने के बाद भी जब नौकरी की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो आर्यन परेशान रहने लगा। सोमवार को वो अचानक घर से गायब हो गया। मंगलवार को उसकी मौत की खबर मिली है।
पिता ने बताया, “मेरे 2 बेटे और 1 बेटी है। आर्यन दूसरे नंबर का था। बड़ा बेटा दुर्गेन्द्र प्रताप सिंह दिल्ली में इंजीनियर है। आर्यन 4 महीने पहले दिल्ली अपने भाई के पास गया था। वहीं, पर उसकी मुलाकात उस वकील से हुई थी। आर्यन इन दिनों इस्लामिया इंटर कॉलेज रामपुर में इंटर की परीक्षा दे रहा था। साथ ही वो फौज की भी तैयारी कर रहा था। बेटे की मौत से मां मंजू सिंह और बहन महिमा का रो-रोकर बुरा हाल है।”
तहरीर मिलने के बाद करेंगे जांच
मामले में इंस्पेक्टर सुरेंश सिंह ने बताया, रेलवे ट्रैक पर शव मिला था। जिसको कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिवार की तरफ से अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मामले में जांच की जाएगी।