बिग ब्रेकिंग (उत्तराखंड) ट्यूलिप के बाद अब लीलियम के पुष्प जनपद को देंगे नई पहचान. किसानों की पहल के बाद रोपड़ हुआ प्रारंभ
ट्यूलिप के बाद लीलियम पुष्प की खेती से पर्वती क्षेत्रों को अब नहीं पहचान मिलेगी चमोली जनपद में इसकी पैदावार को लेकर के जिला प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिए हैं ।
जनपद चमोली में फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग द्वारा वर्तमान में लीलियम की खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। जनपद के 20 किसानों के 1200 वर्ग मीटर में पॉली हाउस के अंतर्गत लगभग 25 हज़ार लीलियम बल्बों का रोपण कार्य किया जा रहा है। ग़ौरतलब है कि लीलियम ठंडी आबोहवा का बेहद खुबसूरत फूल है। टयूलिप के बाद लीलियम ही ऐसा फूल है, जिसकी खासी मांग है। मैदानी क्षेत्रों में मई व जून के महीने में उक्त फूलों की माँग ज्यादा और उत्पादन कम होने के कारण पर्वतीय क्षेत्रों पर उगाए जाने वाले लीलियम पुष्पों का उचित दाम मिल जाता है। ऐसे में पहाड़ों पर उगाए जाने वाले लीलियम पुष्प उत्पादन से किसान भाई अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा पॉली हाउस के इतर खुले में फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए ग्लेडियोलस बल्ब का रोपण कार्य भी किया जा रहा है।