अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मजखाली
रानीखेत (अल्मोड़ा)। रानीखेत तहसील के अंतर्गत मजखाली स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वर्तमान में अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। एक तरफ सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की बात कह रही है, दूसरी तरफ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त उपकरण तक नहीं हैं। स्वास्थ्य केंद्र में दो डाॅक्टर, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय होने के बावजूद दूर दराज के ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। अस्पताल में जरूरी दवाओं अभाव भी बना हुआ है।
मजखाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मजखाली के अलावा उरोली, भैंसोली, टनवाणी सहित सुदूरवर्ती गांवों की जनता जुड़ी हुई है। दूर दराज से ग्रामीण उपचार के लिए यहां पहुंचते हैं, लेकिन अस्पताल में पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाती, जिस कारण उन्हें 12 किमी दूर रानीखेत अथवा 35 किमी दूर अल्मोड़ा जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने जल्द मजखाली स्वास्थ्य केंद्र की दशा सुधारने की मांग की है। संयुक्त मजिस्ट्रेट जय किशन ने बताया कि पूर्व में ग्रामीणों ने ज्ञापन दिया था, वहां एक डाक्टर अनुपस्थित था, इसकी सूचना मुख्य चिकित्साधिकारी को भेज दी गई थी, अन्य शिकायतों को लेकर शीघ्र ही अस्पताल का मुआयना किया जाएगा।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएं नहीं हैं। ब्लडप्रेशर नापने की मशीन तक ठीक नहीं है। जरूरी दवाओं का अभाव बना हुआ है। कुछ माह पहले एक महिला डाक्टर के साथ दुर्व्यवहार होने के बावजूद यहां सीसीटीवी नहीं लगाए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से इनका लगना जरूरी था।
-पूरन चंद्र शिल्पकार, सामाजिक कार्यकर्ता मजखाली क्षेत्र।
ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पतालों की दशा बेहद दयनीय है, प्रशासन को समय समय पर ऐसे अस्पतालों का निरीक्षण करना चाहिए। बीपी नापने की मशीन खराब होने के कारण लोगों को बाहर से बीपी जांच कराने को मजबूर होना पड़ रहा है। अस्पताल में सुविधाएं बेहतर होनी चाहिए।
-जीवन लाल, दिगोटी, मजखाली।