19 साल के अल्कारेज ने जीता खिताब, फिर से बने दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी; मेदवेदेव को हराया
कार्लोस अल्कारेज ने रूस के दानिल मेदवेदेव को सीधे सेटों में 6-3, 6-2 से हराकर बीएनपी परिबास ओपन (इंडियन वेल्स मास्टर्स) खिताब जीत लिया। अल्कारेज ने साथ ही फिर से दुनिया की नंबर एक रैंकिंग हासिल कर ली। स्पेन के 19 साल के अल्कारेज एटीपी रैंकिंग में दूसरे से पहले पायदान पर आ गए हैं। उन्होंने सर्बिया के नोवाक जोकोविच का स्थान लिया है, जो कोविड-19 टीकाकरण न होने के कारण अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाए। उन्होंने टूर्नामेंट से पहले अपना नाम वापस ले लिया था। इस हार के साथ मेदवेदेव का 19 मैचों से चला आ रहा जीत का सिलसिला भी टूट गया।
फेडरर के बाद कार्लोस
पिछले साल अल्कारेज यूएस ओपन जीतने के बाद एटीपी के इतिहास में नंबर एक रैंकिंग पर पहुंचने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। वह 2017 में रोजर फेडरर के बाद ऐसे दूसरे खिलाड़ी बने हैं जिन्होंने बीएनपी परिबास ओपन में बिना एक भी सेट गंवाए खिताब जीता। साथ ही इस टूर्नामेंट को जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने। अल्कारेज ने 19 विनर्स लगाए और 10 बेजा गलतियां की। उन्होंने मेदवेदेव को एक भी ब्रेक प्वाइंट का मौका नहीं दिया। पहले सेट में 3-0 और दूसरे सेट में 4-0 की बढ़त बना ली थी।
राइबकिना की सबालेंका पर पहली खिताबी जीत
महिला एकल के फाइनल में एलेना राइबकिना ने दुनिया की दूसरे नंबर की आर्यना सबालेंका को 7-6, 6-4 से हराया। सबालेंका की यह इस साल दूसरी हार है। दोनों खिलाड़ियों की कड़ी प्रतिद्वंद्विता के बीच पहली बार ऐसा हुआ कि मैच तीन सेट तक नहीं चला। दसवीं वरीयता की राइबकिना ने सात ऐस लगाए जबकि दूसरे नंबर की वरीयता वालीं सबालेंका ने 10 डबल फाल्ट किए।
सबालेंका ने कहा कि वह अपनी सर्विस से बेहद निराश हूं। ऐसी हार से सबक लेकर आगे बेहतर करूंगी। पुरस्कार समारोह के दौरान विंबलडन चैंपियन राइबकिना ने कहा, मैंने पहली बार सबालेंका को हराया है। इस बार सबालेंका ने उनसे माइक लेकर कहा, मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि यह अंतिम बार हो