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बर्फबारी से पहाड़ों में बढ़ी कंपकंपी, अगले 2 दिन राहत के साथ कहीं-कहीं ओलावृष्टि का अलर्ट

देहरादून, उत्तराखंड में मौसम के करवट बदलने के बाद बीते चार दिन से रुक-रुककर वर्षा-बर्फबारी का दौर जारी है। साथ ही कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। मौसम के बदले मिजाज से तापमान ने भी गोता लगा दिया है। ज्यादातर शहरों का तापमान सामान्य से आठ से 10 डिग्री सेल्सियस तक नीचे बना हुआ है, जिससे पहाड़ से लेकर मैदान तक ठिठुरन बढ़ गई है।

खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। बदला मौसम मार्च में जनवरी का एहसास करा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन प्रदेश में आंशिक बादल छाये रहने से लेकर आसमान साफ रह सकता है। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। मैदानी क्षेत्रों में बौछारें पड़ने के भी आसार हैं।

पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता और अरब सागर से उठने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के उत्तर भारत से गुजरने के कारण उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बीते शुक्रवार शाम से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा-ओलावृष्टि हो रही है। जबकि, चोटियों पर हिमपात कादौर जारी है।

मंगलवार को बद्रीनाथ और केदारनाथ में हिमपात हुआ। जबकि, निचले इलाकों में हल्की वर्षा और कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई। देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में तड़के से रिमझिम वर्षा का क्रम शाम तक बना रहा। हालांकि, शाम को मैदानों में बादल छंटने लगे और हल्की धूप खिली।

इस दौरान सभी स्थानों पर तापमान सामान्य से बेहद कम दर्ज किया गया। सुबह और ठंड महसूस की जा रहर है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा-बर्फबारी हो सकती है। निचले इलाकों में गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है। ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।

मार्च में पहली बार 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचा पारा

बदले मौसम के बीच ज्यादातर शहरों में पारा लुढ़का हुआ है। देहरादून में मंगलवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से नौ डिग्री सेल्सियस कम है। वहीं इस बार मार्च में यह पहला अवसर है जब पारा 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचा है। इसके साथ ही मुक्तेश्वर में पारा सामान्य से 13 डिग्री सेल्सियस कम हो गया है। इससे पहले वर्ष 2020 में ही मार्च में अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम गया था।

चार दिन में 60 मिमी से अधिक वर्षा

दून में चार दिन के भीतर ही 60 मिलीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। जबकि, इससे पहले मार्च में महज दो मिमी वर्षा हुई थी। अभी तक प्रदेशभर में सामान्य से पांच प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है। आने वाले दिनों में वर्षा की आशंका को देखते हुए दून में वर्ष 2020 में मार्च में हुई 153 मिमी वर्षा का रिकार्ड टूटने की उम्मीद है। प्रदेश में फिलहाल उत्तरकाशी में सर्वाधिक 70 मिमी वर्षा, जबकि, चमोली में सबसे कम 25 मिमी वर्षा दर्ज की गई है

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