पेयजल योजना एक, शिलान्यास कर दिया दो विधायकों ने
मौलेखाल (अल्मोड़ा)। सल्ट और रानीखेत विधानसभा क्षेत्र के गांवों की प्यास बुझाने वाली एक पेयजल योजना को लेकर यहां के एक ही दल के दो विधायक आमने-सामने हैं। सल्ट और रानीखेत के विधायकों के बीच जनता के संघर्षों से मिली योजना का श्रेय लेने की होड़ मची है और इसे लेकर घमासान भी शुरू हो गया है। दोनों विधायकों का एक ही योजना का अलग-अलग दिन दो बार शिलान्यास करना लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
बीते दो दशकों से भिकियासैंण क्षेत्र के लोग वर्षों पुरानी भवानी देवी ग्राम समूह पंपिंग योजना के पुनर्गठन की मांग कर रहे थे। इस योजना से क्षेत्र के 34 गांवों को लाभ मिलता है। इनमें से कुछ गांव रानीखेत और कुछ सल्ट विधानसभा में आते हैं। इसके लिए दोनों विधानसभा के लोगों ने आंदोलन भी किए जिसके बाद उनकी जीत हुई और सरकार ने 17 करोड़ 43 लाख 76 हजार रुपये इस योजना के पुनर्गठन के लिए स्वीकृत किए।
योजना स्वीकृत होते ही रानीखेत और सल्ट के विधायकों में इसका श्रेय लेने की होड़ मच गई है। स्थिति यह है कि दोनों ने ही अलग-अलग दिन दो बार एक ही योजना का शिलान्यास कर डाला। धनराशि मिलने के बाद पहले बीते 18 फरवरी को रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल ने बासोट इंटर काॅलेज में योजना का शिलान्यास किया। इसके बाद बीते 23 मार्च को कालिका मंदिर में भूमि पूजन करने के बाद शिव मंदिर भिकियासैंण में इसी योजना का शिलान्यास सल्ट विधायक महेश जीना ने भी कर डाला। इसके लिए दोनों विधायकों के नामों के अलग-अलग शिलापट बनाए गए। एक ही योजना का दोनों विधायकों की ओर से शिलान्यास करने से यह मामला सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर भी यह मामला काफी उछल रहा है।
जब बिशन सिंह चुफाल पेजयल मंत्री थे तब वह मेरे भिकियासैंण स्थित घर पर आए थे और ग्रामीणों से मिले थे। तब उन्होंने पेयजल योजना के पुनर्गठन की घोषणा की थी। 7 जनवरी 2022 को पेयजल योजना के पुनर्गठन का शासनादेश हुआ। अचानक शिलान्यास पर मैं विधानसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाया और इस मामले की डीएम को भी जानकारी दी गई। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने दोबारा मुझसे योजना का शिलान्यास करवाया। जनता सब समझती है वही इसका जवाब देगी। – महेश जीना, विधायक, सल्ट।
विवाद किसी प्रकार का नहीं है। मेरी विधानसभा में 34 गांवों को इस पेयजल योजना का लाभ मिलना है। इसलिए मैंने अपनी विधानसभा में योजना का शिलान्यास किया। इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है जो उचित नहीं है। – प्रमोद नैनवाल, विधायक, रानीखेत