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संभावित दुर्घटना वाले स्थानों पर क्रैश बैरियर लगाने के निर्देश, ढिलाई पर होगी कार्रवाई

चारधाम यात्रा से पहले सड़कों को चकाचक करने के साथ सुरक्षा मानकों को पूरा करने के निर्देश शासन स्तर पर जारी किए गए हैं। यात्रा शुरू होने से पहले सभी संभावित दुर्घटनास्थलों पर क्रैश बैरियर लगाने के लिए कहा गया है। इस संबंध में प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु की ओर से लोनिवि के अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

प्रदेश में 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है, लेकिन कई जगह सड़कों की स्थिति अभी भी बदत्तर बनी हुई है। कई स्थानों पर सक्रिय भूस्खलन जोन सिरदर्द बने हुए हैं तो कहीं ब्लैक स्पॉट पड़े हुए हैं। इन्हें दुस्तर किए जाने की कवायद अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।

हल्की सी बारिश में भी कई लैंडस्लाइड जोन सक्रिय हो जाते हैं, तो कई जगह क्रैश बैरियर नहीं होने से दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। शासन यात्रा शुरू हाेने से पहले मार्गों को दुरूस्त कर लेना चाहता है। इसके मद्देनजर कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।

भूस्खलन, मलबा आने से यात्रा मार्ग प्रभावित

इसमें कहा गया है कि चारधाम यात्रा में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा मार्गों पर किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाए। यात्रा अवधि के दौरान मानसून के समय भूस्खलन, मलबा आने से यात्रा मार्ग प्रभावित होते हैं, इसलिए यात्रा में व्यवधान होता है। इसको ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई की जाए।

यात्रा मार्ग पर नहीं दिखनी चाहिए निर्माण सामग्री

प्रमुख सचिव लोनिव आरके सुधांशु की ओर से जारी निर्देशों में साफ कहा गया है कि यात्रा मार्गों पर निर्माण सामग्री किसी भी सूरत में नहीं दिखनी चाहिए। सीमेंट, सरिया, बजरी आदि को व्यवस्थित ढंग से रखा जाए। ताकि मार्ग में निर्माण सामग्री पड़े होने से किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।

889 किमी लंबी चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत 350 डंपिंग जोन बनाए गए हैं। लेकिन देखने में आ रहा है कि परियोजना में काम कर रही कुछ कंपनियों ने मलबे के ढेर सड़कों के किनारे लगा दिए हैं। जिससे यातायात अवरूद्ध हो रहा है। धूल के गुबार लोगों के लिए सिरदर्द बन रहा है। प्रमुख सचिव की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि अनिवार्य रूप से कटिंग का मलबा डंपिंग जोन में ही डाला जाए। नियमों का पालन नहीं कर रही कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, कि वह मौके पर टीम भेजकर स्थिति का जायजा लें।

शासन की ओर से प्रमुख अभियंता लोनिवि, मुख्य अभियंता बीआरओ, क्षेत्रीय अधिकारी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को निर्देश जारी कर कहा गया है कि यात्रा मार्गों पर पर्याप्त संख्या में श्रमिकों और आवश्यक मशीनों की तैनाती की जाए, ताकि मार्ग के अवरूद्ध होने पर यात्रा निर्बाध रूप से संचालित की जा सके।

शासन की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि संबंधित अधिशासी अभियंता जिलाधिकारियों और शासन के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाएंगे। यात्रा मार्गों की स्थिति से बराबार डीएम और शासन को अवगत कराएंगे। इसके साथ ही लोनिवि के मुख्य अभियता सहित अन्य उच्चाधिकारियों को समय-समय पर यात्रा मार्गों के निरीक्षण के लिए कहा गया है। कोताही बरतने वाले अधिकारियों को कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी जारी की गई है

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