गढ़वाल की दिवंगत विभूतियां पुस्तक का हुआ विमोचन
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से पुस्तकालय के सभागार में स्वाधीनता सेनानी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डाॅ. भक्तदर्शन की लिखित व विनसर पब्लिकेशन की ओर से प्रकाशित पुस्तक ”गढ़वाल की दिवंगत विभूतियां” के तीसरे परिवर्धित संस्करण का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रो. सुनील कुमार, पूर्व अध्यक्ष इतिहास विभाग हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय थे। पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, भक्तदर्शन की सुपुत्री मीरा चौहान और सामाजिक इतिहासकार डाॅ. योगेश धस्माना ने भक्तदर्शन के जीवन आदर्शों और समाज निर्माण में उनकी महति भूमिका से अवगत कराया। डॉ. अतुल शर्मा ने 1947 के दौर की ”कल्पना अगर बदल जाये” कविता का सस्वर पाठ भी किया।