उपचुनाव / 24 विस सीटों के उप चुनाव सितंबर में कराने की तैयारी, मतदाता सूची के पुनरीक्षण और ईवीएम और वीवीपैट की जांच का काम शुरू
भोपाल. 24 विधानसभा सीटों के उप चुनाव सितंबर के महीने में कराए जा सकते हैं। चुनाव आयोग ने इन उप चुनावों की तैयारी शुरु कर दी है। सुमावली, मुरैना, दिमनी, अम्बाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करेरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, सांची, अनूपपुर, सांवेर, हाटपिपल्या, सुवासरा, बदनावर समेत जौरा और आगर मालवा विधानसभा सीटों पर उप चुनाव में उपयोग होने वाली मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम शुरु कर दिया गया है। साथ ही ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की पहले स्तर पर होने वाली (एफएलसी) चैकिंग शुरू की जा रही है। हालाकि चुनाव आयोग ने अभी इन उप चुनावों की तारीखों का एलान नहीं किया है।
चुनाव आयोग कोरोना महामारी के चलते उप चुनाव वाले क्षेत्रों पर ध्यान रखे हुए है। उप चुनाव के दौरान 24 विधानसभा सीटों के तहत आने वाले क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखा जाएगा। क्योंकि कोरोना महामारी के बीच चुनाव कराए जाने पर आयोग को मतदाताओं के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराए जाने समेत उनके बीच मास्क, सेनेटाइजर और ग्लब्स का वितरण किया जाएगा। यदि विधानसभा में कंटेनमेंट जोन है तो वहां डाक्टरों की टीम की तैनाती की जाएगी। कोरोना पाजीटिव मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने पर पोस्टल बैलेट से उनका वोट करवाया जा सकता है। विधानसभा उप चुनावों के मद्देनजर मतदाता सूची का पुनरीक्षण और ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की एफएलसी का काम शुरु कर दिया गया है। अरुण तोमर, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
10 सितंबर के पहले कराना हैं चुनाव
कांग्रेस के पूर्व 22 विधायकों के 10 मार्च को विधानसभा ने इस्तीफे स्वीकार कर रिक्त सीटों की जानकारी चुनाव आयोग को भेज दी थी। इसके बाद इन सीटों को रिक्त घोषित कर दिया था, अब वहां 6 महीने के भीतर यानी 10 सितंबर के पहले चुनाव कराया जाना है। 2 अन्य विधानसभा सीटें जौरा पर 20 जून तक और आगर मालवा का चुनाव 15 जुलाई तक कराया जाना है। जौरा सीट पर उप चुनाव आगे बढ़ाए जाने पर आयोग धारा 151 के तहत नोटिफिकेशन जारी कर चुका है। इसी तरह आगर-मालवा सीट पर चुनाव कराए जाने की तारीख भी आगे बढ़ाए जाने पर विचार किया जा रहा है। इसलिए इन दोनों सीटों पर भी 22 विधानसभा सीटों के साथ चुनाव कराए जा सकते हैं।