896 बच्चों का दाखिला कराया, 486 को स्कूल नहीं भाया
रुद्रपुर। गरीब, बेसहारा और भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चों को ऑपरेशन मुक्ति के तहत स्कूल पहुंचाने के बड़े-बड़े दावे तो किए गए मगर बच्चे पढ़ रहे हैं या नहीं यह देखने वाला कोई नहीं है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कुमाऊं में 896 बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया था लेकिन इस समय सिर्फ 410 बच्चे ही स्कूल जा रहे हैं। 486 बच्चे स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं।
पुलिस की ओर से चलाए गए ऑपरेशन मुक्ति का मुख्य उद्देश्य बेसहारा बच्चों और उनके माता-पिता को जागरूक कर बच्चों का स्कूल में दाखिला कराना था। ऑपेरशन की थीम बच्चों को शिक्षा दे भिक्षा नहीं और सपोर्ट टू एजुकेट द चाइल्ड रखी गई थी। तीन चरणों में होने वाले ऑपरेशन में पहला चरण भिक्षावृत्ति और बाल श्रम में शामिल बच्चों को चिह्नित, दूसरे चरण में बच्चों, परिजनों की काउंसलिंग करना और तीसरे चरण में बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने के साथ ही परिजनों को रोजगार दिलाना है। इसके अलावा भी बच्चे फिर से स्कूल छोड़कर कूड़ा बीनने में लगे बच्चों के परिजनों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करने का भी अधिकार है।
हाल ही में पुलिस ने कुमाऊं मंडल में 512 बच्चों को चिह्नित किया। जिसमें 480 बच्चों का स्कूल में दाखिला भी हुआ। हालांकि मार्च से पहले और पिछले वर्ष में पुलिस ने कुमाऊं में 896 बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया था लेकिन इस समय सिर्फ 410 बच्चे ही स्कूल जा रहे हैं। 486 बच्चे स्कूल से नदारद हो गए है।
जिला मार्च से पहले स्कूल में दाखिल हुए बच्चे वर्तमान में स्कूल जा रहे बच्चे स्कूल से नदारद बच्चे
ऊधमसिंह नगर 524 186 338
नैनीताल 160 50 110
अल्मोड़ा 11 08 03
बागेश्वर 00 00 00
चंपावत 171 143 28
पिथौरागढ़ 02 01 01
कोट
स्कूलों में छुट्टी होने की वजह से बच्चे इस समय स्कूल नहीं जा रहे हैं। सभी बच्चों पर पुलिस की निगरानी है। – डॉ. नीलेश आनंद भरणे, आई कुमाऊँ परिक्षेत्र