नाचनी झूलापुल और मकानों की सुरक्षा के उपाय करने के निर्देश
बागेश्वर। डीएम अनुराधा पाल ने कपकोट के दूरस्थ क्षेत्र नामतीचेटाबगड़ का भ्रमण कर आपदा न्यूनीकरण मद से होने वाले प्रस्तावों का स्थल पर अवलोकन किया। डीएम ने रामगंगा नदी में नाचनी (पिथौरागढ़) झूलापुल के निकट आवासीय मकानों और पुल का कटाव रोकने के लिए सुरक्षात्मक उपाय करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को जनता की मांग पर विकास कार्यों का खाका खींचने और शासन से मंजूरी दिलाने के आदेश दिए।
गुंटी तोक के ग्रामीणों ने भूस्खलन का मामला उठाते हुए कहा कि सुरक्षात्मक उपाय करने की मांग की। डीएम ने बताया कि बाढ़ सुरक्षा का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इस संबंध में शासन से पत्राचार किया जाएगा। कहा कि ग्रामीणों ने जिन समस्याओं की जानकारी दी है, उसके लिए अपने स्तर और शासन स्तर से योजनाएं स्वीकृत कराई जाएंगी। ग्रामीणों ने नामतीचेटाबगड़ में बैंक शाखा खुलवाने, एएनएम केंद्र बनाने, खड़लेख से नामतीचेताबगड़ तक सड़क का सुधारीकरण, गांव में दूरसंचार सेवा शुरू करने, वनीकरण कराने की मांग की। डीएम ने आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
गुंटी ग्राम के पास धनैया नाले से हो रहे भू-स्खलन का जायजा लेने के दौरान सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने बताया कि भू-वैज्ञानिक की निरीक्षण आख्या के सुझावों को शामिल करते हुए दो करोड़ चौबीस लाख, पैंतालीस हजार की योजना का प्रस्ताव तैयार किया गया है। भू-स्खलन क्षेत्र में 70 मीटर लंबाई में रॉक बोल्डिंग का प्रावधान किया गया है। रामगंगा नदी के दाएं पार्श्व में नाचनी झूला पुल के पास ग्राम कालापैश कापड़ी के भरतुआ तोक के आवासीय भवनों और कृषि भूमि कटाव के सुरक्षात्मक प्रस्तावित कार्यों के लिए आपदा न्यूनीकरण मद में इक्यावन लाख सत्ताइस हजार का प्रस्ताव भेजा गया है। निरीक्षण के दौरान ईई सिंचाई पान सिंह बिष्ट, एई पीडी भट्ट, जेई देवेंद्र सिंह, तहसीलदार देवेंद्र कुमार लोहनी, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल आदि मौजूद थे।