अब एसडीआरएफ मुख्यालय में ही मिलेगा डीप डाइविंग का प्रशिक्षण
एसडीआरएफ मुख्यालय जल्द ही नेशनल ट्रेनिंग हब के रूप में विकसित होगा। यहां डीप डाइविंग और रॉक क्लाइबिंग जैसे एडवांस प्रशिक्षणों के लिए सुविधा उपलब्ध होंगी। इसकी डीपीआर बनकर तैयार हो चुकी है। एसडीआरएफ प्रशासन का कहना है कि निर्माण कार्यों के लिए सितंबर तक बजट मिलने की उम्मीद है।
केदारनाथ आपदा के बाद राज्य में एसडीआरएफ का गठन किया गया था। तब मात्र दो कंपनियों के साथ इसकी शुरुआत हुई थी। वर्तमान में एसडीआरएफ की पांच कंपनियां हैं। विश्व बैंक पोषित परियोजना के तहत 17 जनवरी 2019 में जौलीग्रांट एयरपोर्ट के समीप करीब 23 हेक्टेयर भूमि पर एसडीआरएफ मुख्यालय का निर्माण शुरू था। करीब 100 करोड़ की लागत से प्रथम चरण का निर्माण कार्य वर्ष 2022 में पूर्ण हो चुका था। अब दूसरे चरण में एसडीआरएफ मुख्यालय को ट्रेनिंग हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इस पर करीब 43 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं।
दूसरे चरण में यहां सरफेस स्वीमिंग पूल, डीप डाइविंग पूल, रॉक क्लाइंबिंग टॉवर, ऑब्स्टकल्स आदि का निर्माण किया जाना है। इन सुविधाओं के उपलब्ध होने के बाद एसडीआरएफ के जवानों व अधिकारियों को प्रशिक्षण के लिए अन्य राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा। अभी तक डीप डाइविंग और राॅक क्लाइंबिंग के प्रशिक्षण के लिए एसडीआरएफ के जवान कोलकाता व जम्मू कश्मीर जाते हैं