सर्जरी के लिए एनटीसीए की टीम ने बाघिन की जांच की
रामनगर (नैनीताल)। पेट में तार धंसने के बाद ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में रखी गई बाघिन की स्वास्थ्य जांच और सर्जरी को लेकर एनटीसीए और डब्लूआईआई की टीम बुधवार को रामनगर पहुंची। टीम बाघिन की स्वास्थ्य जांच की जल्द ही रिपोर्ट सौंपेगी। उसके बाद बाघिन की सर्जरी को लेकर फैसला किया जाएगा। बता दें कि बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया है। 22 मई को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ रेंज में वन विभाग की टीम ने एक बाघिन को रेस्क्यू किया। इस बाघिन के पेट में फंदे के लिए लगाया तार धंसा हुआ था। उसके बाद बाघिन को ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में रखा है। बाघिन के पेट में धंसे तार की जांच के लिए बुधवार को नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) के प्रतिनिधि प्रदीप मलिक, भारतीय वन्यजीव संस्थान से डॉ. एके दास, डिपार्टमेंट ऑफ सर्जरी एवं रेडियोलॉजी जीबी पंत विश्वविद्यालय (सदस्य) डॉ. पराग निगम पहुंचे। पार्क वार्डन अमित ग्वासीकोटी ने बताया कि जांच पड़ताल के बाद टीम की रिपोर्ट के आधार पर सर्जरी कर बाघिन के पेट में धंसे तार को निकाला जाएगा। इस दौरान कॉर्बेट निदेशक डाॅ. धीरज पांडेय, उप निदेशक आशुतोष सिंह, एसडीओ कालागढ़ शालिनी जोशी, पशु चिकित्सक डॉ. दुष्यंत शर्मा, ढेला रेंजर संचिता वर्मा आदि रहे।