Sat. Nov 16th, 2024

ऊर्जा निगम की टीम ने किया लक्कड़घाट एसटीपी प्लांट का निरीक्षण

चमोली एसटीपी हादसे के बाद नमामि गंगे परियोजना के तहत लक्कड़ घाट स्थित संचालित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। प्लांट 26 एमएलडी का बना है। परीक्षण में व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं।

शनिवार को ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता शक्ति प्रसाद शाह, एसडीओ राजीव कुमार एवं जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने एसटीपी की अनुरक्षण कंपनी एमीट ग्रुप इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण किया। एमीट समूह के परियोजना प्रबंधक विनीत बेनीवाल ने बताया कि यह प्लांट विश्व की उच्चतम एसबीआर एसटीपी तकनीक पर बना है। प्लांट को संचालित करने के लिए एक-एक हजार किलोवाट के दो ट्रांसफार्मर हैं। जिनमें संचालित सिर्फ एक ही होता है और दूसरा वैकल्पिक व्यवस्था के लिए रखा गया है। दो डीजल जनरेटर सेट लगाए गए हैं। वह भी ईको फ्रेंडली हैं।

एमीट के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उत्तम सिंह पंवार ने कहा कि यहां हर तरह से सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। नमामि गंगे योजना के तहत निर्मित यह प्लांट पूर्ण रूप से स्वचालित और फुलप्रूफ सिस्टम है। अधिशासी अभियंता शक्ति प्रसाद शाह ने निर्देश दिए कि सुरक्षा नियमों का सख्ती के साथ पालन और विद्युत आपूर्ति के इनपुट का हर एक घंटे का लेखा-जोखा लिखित दर्ज किया जाए। इस मौके पर अवर अभियंता शंभू प्रसाद बहुगुणा, इलेक्ट्रिशियन रणवीर सिंह, सुधीर गौतम, लाइन मैन श्याम सिंह, पंकज कुमार, विकास सिलस्वाल आदि शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *