महाविद्यालयों में बनेंगे शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, लोकपाल की तैनाती होगी
अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विवि के संबद्ध परिसर और महाविद्यालयों में शिकायत निवारण प्रकोष्ठ अस्तित्व में आएगा और इनमें लोकपाल की तैनाती होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने परिसर और महाविद्यालयों को इसके निर्देश जारी किए हैं। इससे विद्यार्थियों की समस्याओं के जल्द समाधान की उम्मीद जगी है। ऐसे में उन्हें काफी राहत मिलेगी।
यूजीसी के निर्देश पर एसएसजे विवि के परिसर और महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की शिकायतों के समाधान के लिए शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बनाएगा। विद्यार्थी अपनी समस्याओं को प्रकोष्ठ के सामने रखेंगे। उनकी समस्या का जल्द और गंभीरता से निवारण करना प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी होगी। प्रवेश और परीक्षाफल घोषित नहीं होने से आ रही दिक्कत, अंकतालिका में गडबड़ी सहित अन्य समस्याओं का आसानी से समाधान हो सकेगा। विद्यार्थी यूजीसी की वेबसाइट के स्टूडेंट पोर्टल पर सीधे ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा सकेंगे। प्रकोष्ठ के सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई है। प्रकोष्ठ के अस्तित्व में आने से इसका सीधा लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा और उन्हें अपनी समस्या के निदान के लिए विश्वविद्यालय और महाविद्यालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
प्रकोष्ठ में होंगे छह सदस्य
अल्मोड़ा। शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में एक लोकपाल की नियुक्ति विवि करेगा। इसके अलावा परिसर और महाविद्यालय के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, महिला कर्मचारी और एक छात्र प्रतिनिधि को सदस्य बनाया जाएगा। लोकपाल 10 वर्ष के अनुभव के साथ सेवानिवृत्त कुलपति, सेवानिवृत्त प्रोफेसर या पूर्व जिला न्यायाधीश हो सकते हैं। परिसर और महाविद्यालय स्तर पर समस्या का समाधान नहीं होने पर लोकपाल समस्या का समाधान करेंगे।
एसएसजे परिसर में विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए शिकायत निवारण प्रकोष्ठ गठित किए जाएंगे। इसके लिए सभी परिसर और महाविद्यालय को निर्देश दिए गए हैं। प्रकोष्ठ के माध्यम से विद्यार्थियों की समस्याओं का जल्द समाधान हो सकेगा। – प्रो. जगत सिंह बिष्ट, कुलपति, एसएसजे विवि, अल्मोड़ा।