औली में पर्यटन विभाग ने गौरसों तक रोपवे का सर्वे किया पूरा, जल्द बनेगा डीपीआर; पैदल ट्रैक भी होगा विकसित
आपदा के बाद भले ही जोशीमठ औली रोपवे सुचारु न हुआ लेकिन औली के विकास के लिए सरकार द्वारा अलग प्राधिकरण बनाए जाने से औली का विस्तार गौंरसों तक किए जाने की कार्ययोजना प्रस्तावित है।
औली में पर्यटन विभाग गौरसों तक रोपवे का सर्वे कर चुका है। औली से गौरसों तक दो किमी नया रोपवे प्रस्तावित किया गया है। यह केंद्र सरकार के विशेष बजट से प्रस्तावित है। औली में कुछ सालों से बर्फ की कमी से खेल आयोजन रद्द होते रहे हैं। ऐसे में औली से आगे गौरसों तक इस स्की रिजोर्ट को विकसित किया जाता है तो फिर शीतकालीन खेलों के लिए बर्फ की कमी नहीं रहेगी। गौरसों तीन किमी फैले गौरसों बुग्याल में दिसंबर से अप्रैल माह तक बर्फ रहती है। ऐसे में औली विकास प्राधिकरण बनने और मास्टर प्लान के तहत औली का अब चौमुखी विकास होगा और औली को इंटरनेशनल विंटर डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाएगा और क्षेत्र के लोगों को इससे रोजगार भी मिलेगा और इससे पलायन भी रूकेगा।
चमोली पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा के अनुसार, औली से गौरसों तक रोपवे के निर्माण सहित अन्य पर्यटन विकास की कार्ययोजना बनाने के लिए सर्वे किया जा चुका है। अब डीपीआर बनाई जानी है। पर्यटन स्थल औली का विस्तार गौरसों तक प्रस्तावित है। औली से गौरसों के बीच घने जंगल में ट्रेकिंग रुट भी विकसित किए जाएंगे।
जोशीमठ से ओली तक 14 किमी सड़क को भी डबल लाइन किए जाने का कार्य चल रहा है। इसके लिए सड़क को लोनिवि से बीआरओ को स्थानंतरित कर दिया गया है । बीआरओ ने इसकी डीपीआर बनाने के साथ भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है।