टीएचडीसी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट की प्रस्तुत
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इस वर्ष टीएचडीसी के प्रचालित संयंत्रों ने विभिन्न आयामों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। टीएचडीसी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने कंपनी के अंशधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 4,935.48 मिलियन यूनिट का संचयी ऊर्जा उत्पादन हासिल किया है। यह पिछले नौ वित्तीय वर्षों में उत्पादन का उच्चतम स्तर है। बताया कि टिहरी जल विद्युत संयंत्र (1000 मेगावाट) ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। जिसने 17 वर्षों के निरंतर प्रचालन के बाद भी 2 अगस्त, 2023 को 25.80 मिलियन यूनिट का रिकॉर्ड दैनिक उत्पादन हासिल किया। यह संयंत्र के उच्च रखरखाव और प्रचालन रणनीतियों का प्रमाण है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपने पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) लक्ष्य को 43.9 प्रतिशत से अधिक कर लिया है। पूंजीगत व्यय 4,615.02 करोड़ रुपये के साथ 3,207.54 करोड़ रुपये के लक्ष्य से काफी अधिक है। इसके अलावा टिहरी एचपीपी ने 84.09 प्रतिशत और कोटेश्वर एचईपी ने 68.62 प्रतिशत के संयंत्र उपलब्धता कारक (पीएएफ) हासिल किए हैं।
यह 80 प्रतिशत और 68 प्रतिशत के मानक आंकड़ों को पार कर गए हैं। टिहरी पीएसपी की पहली इकाई को बीते 30 मार्च को सफलतापूर्वक बॉक्स अप किया गया। इसके अतिरिक्त टिहरी में 1,000 मेगावाट क्षमता वाले केंद्रीय क्षेत्र के पहले पंप स्टोरेज संयंत्र को कमीशन करने के अंतिम चरण में हैं। टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट की पहली दो यूनिट का वित्त वर्ष 2023-24 में कमीशन होना है।
वहीं शेष दो यूनिट का जून 2024 तक कमीशन होना प्रत्याशित है। इसके अतिरिक्त विष्णुगाड पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी) में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का उपयोग करके उत्खनन कार्य दोबारा से शुरू हो गया है। लगभग 125 मीटर सुरंग की खुदाई पूरी हो गई है। टीबीएम की ओर से एचआरटी का निर्माण कार्य आगामी 31 अक्तूबर को प्रारंभ होना है