काश्तकारों को उन्नत प्रजाति के पौध उपलब्ध कराएं : डीएम
चंपावत। डीएम नवनीत पांडे ने अधिकारियों को मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना (सीएम बीएडीपी) से जिले के सीमांत के गांवों में किए जा रहे विकास कार्यों में आपसी समन्वय बनाने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को सीएम बीएडीपी मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना की समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को ऐसी योजनाओं को प्राथमिकता देने को कहा जिससे काश्तकारों को वास्तव में लाभ प्राप्त हो और उनकी आजीविका में सुधार आए। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी और डीएचओ को काश्तकारों को उन्नत प्रजाति के पौध उपलब्ध कराने और मोटे (मिलेट्स) अनाजों का भी प्रचार प्रसार करने को कहा। बैठक में दुग्ध विकास प्रबंधक ने बताया कि सीमावर्ती गांवों में दुग्ध समितियां खोली जानी हैं जिसमे चयनित दुग्ध समितियों के दुग्ध उपार्जन पर स्थानीय लोगों की आय में बढ़ोतरी होगी।
डीएम ने उरेडा परियोजना अधिकारी को सूखीढांग बाजार और जीआईसी सूखीढांग के साथ तेंदुए से प्रभावित क्षेत्रों के सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाने के निर्देश दिए। डीएम ने मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना अंतर्गत गांवों से पलायन को रोकने के लिए संबंधित विभागों की ओर से गांवों का सर्वेक्षण कर संचालित की जाने वाली योजनाओं के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में सीडीओ राजेंद्र सिंह रावत, एएमए भगवत पाटनी, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भण्डारी, डीडीओ डीके चंद, खंड शिक्षा अधिकारी भरत जोशी, बीडीओ लोहाघट अशोक अधिकारी, चंपावत कवींद्र सिंह, डीएचओ टीएन पांडेय, परियोजना अधिकारी चांदनी बंसल समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।