दक्षिण अफ्रीका के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की परीक्षा, लगातार दूसरी हार से बचना चाहेंगे कंगारू
पहले मैच में भारत से मिली हार से आहत ऑस्ट्रेलिया गुरुवार को यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले विश्वकप मैच में बल्लेबाजी में आक्रामकता का पुट भरकर अपना अभियान पटरी पर लाने की कोशिश करेगा। पांच बार के विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही और बल्लेबाजों की नाकामी के कारण उसे मेजबान भारत से छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका ने अपने पहले मैच में श्रीलंका को 102 रन से करारी शिकस्त दी थी और उसकी टीम बढ़े मनोबल के साथ इस मैच में उतरेगी। इस बड़ी जीत से दक्षिण अफ्रीका ने खुद को खिताब का दावेदार भी घोषित कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह से यह मैच गंवाया था उससे उसका टीम प्रबंधन निश्चित तौर पर चिंतित होगा। उनकी बल्लेबाजी में आक्रामकता का अभाव था तथा अनुभवी डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के अलावा उसका कोई भी अन्य बल्लेबाज 30 रन की संख्या को पार नहीं कर पाया।
दूसरे स्पिनर की कमी खली
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज भारत के स्पिन आक्रमण के सामने संघर्ष करते हुए नजर आए तथा गेंदबाजी में एडम जांपा के साथ दूसरे अच्छे स्पिनर की भी उसे कमी खली। इसके अलावा उसके सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक माने जाने वाले मिशेल मार्श का विराट कोहली को शुरू में ही जीवनदान देना टीम को महंगा पड़ा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को ऐसी किसी भी गलती से बचना होगा।
स्टोइनिस होंगे ग्रीन की जगह शामिल
ऑस्ट्रेलिया के लिए राहत की बात यह है कि उसके ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस मांसपेशियों में खिंचाव की चोट से उबर गए हैं और उनका कैमरन ग्रीन की जगह लेना तय है। स्टोइनिस मैच विजेता खिलाड़ी हैं और आईपीएल में लखनऊ सुपरजाइंट्स की तरफ से खेलने के कारण उन्हें इस मैदान पर खेलने का अच्छा अनुभव है। वह तेज गेंदबाजी विभाग में पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क की भी मदद करेंगे। जहां तक स्पिन विभाग का सवाल है तो ग्लेन मैक्सवेल दूसरे स्पिनर की भूमिका निभाएंगे। ऑस्ट्रेलिया के मुख्य स्पिनर जांपा पर निश्चित तौर पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा क्योंकि वह जानते हैं की टीम में उनका कोई विकल्प नहीं है।
क्विंटन को है लखनऊ में खेलने का अनुभव
जहां तक दक्षिण अफ्रीका का सवाल है तो श्रीलंका के खिलाफ उसके तीन बल्लेबाजों ने शतक लगाए थे। इनमें क्विंटन डिकॉक भी स्टोइनिस की तरह लखनऊ की टीम का हिस्सा हैं और उन्हें इस मैदान पर खेलने का अच्छा अनुभव है। रासी वान डेर डुसेन और विश्वकप में सबसे तेज शतक लगाने वाले एडेन मार्कराम अपने दम पर मैच का पासा पलटने का माद्दा रखते हैं। इकाना क्रिकेट स्टेडियम के विकेट की आईपीएल के दौरान काफी आलोचना हुई थी और यह कोई नहीं जानता कि इसका व्यवहार कैसा होगा। अगर यह स्पिन गेंदबाजों को मदद करता है तो फिर दक्षिण अफ्रीका तबरेज शम्सी को टीम में शामिल कर सकता है। उसके पास केशव महाराज के रूप में पहले ही एक उपयोगी स्पिनर है।
दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को स्पिन को खेलने में खास दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उसके पास वान डेर डुसेन, कप्तान तेम्बा बावुमा, डेविड मिलर, डिकॉक, हेनरिक क्लासेन और एडेन मार्कराम जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं जो स्पिन को अच्छी तरह से खेल लेते हैं। तेज गेंदबाज विभाग दक्षिण अफ्रीका का थोड़ा कमजोर पक्ष लगता है। एनरिक नोत्र्जे की अनुपस्थिति में कैगिसो रबादा पर लुंगी एनगिडी और मार्को यानसन के साथ अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव है। दक्षिण अफ्रीका ने विश्वकप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के पहले दो मैच गंवाने के बाद अगले तीन मैच जीते थे और टीम को इसका मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया को भी दमदार वापसी करने के लिए जाना जाता है और इसलिए यह मुकाबला रोमांचक होने की संभावना है।
टीम इस प्रकार हैं
दक्षिण अफ्रीका: तेम्बा बावुमा (कप्तान), गेराल्ड कोएट्ज़ी, क्विंटन डिकॉक, रीजा हेंड्रिक्स, मार्को यानसन, हेनरिक क्लासेन, केशव महाराज, एडेन मार्करैम, डेविड मिलर, लुंगी नगिदी, एंडिले फेहलुकवायो, कैगिसो रबादा, तबरेज़ शम्सी, रासी वान डेर डुसेन , लिजाद विलियम्स।
ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), स्टीव स्मिथ, एलेक्स कैरी, जोश इंगलिस, सीन एबॉट, एश्टन एगर, कैमरन ग्रीन, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, डेविड वॉर्नर, एडम जांपा, मिचेल स्टार्क।