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बालिकाओं के प्रति सामाजिक भेदभाव के नजरिये को बदलना जरूरी

चंपावत। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में डीएम नवनीत पांडे ने जिले में लिंगानुपात की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए सर्वप्रथम लोगों में बेटा-बेटी संबंधी पुरानी मानसिकता को बदलना जरूरी है। इसके लिए उन्होंंने व्यापक पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। डीपीओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में लिंगानुपात में वर्ष 2020, 21 और 22 में लगातार सुधार हुआ है। जिले में पिछले वर्ष कुल 11,436 बालकों पर 10,465 बालिकाएं हैं। जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत लगातार जागरूकता कार्यक्रम कराए जा रहे हैंं। डीएम ने सखी केंद्र (वन स्टॉप सेंटर) की गतिविधियों की भी समीक्षा की। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगाए गए गुड्डा-गुड्डी बोर्ड पर नियमित रूप से जन्म लेने वाले बच्चे-बच्चियों की सूचना अपडेट करने के निर्देश दिए।

डीएम ने कहा कि भिक्षावृत्ति से छुड़ाए गए बच्चों की काउंसलिंग करें। जो पढ़ने के इच्छुक हों उनके पढ़ने की व्यवस्था की जाए। बैठक में सीडीओ राजेंद्र सिंह रावत, एसडीएम टनकपुर आकाश जोशी, सखी सेंटर की काउंसलर ऋतु सिंह, जिला श्रम अधिकारी पूरन शैल आदि रहे

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