नारायण सिंह के बाद अब सिंधिया से जुड़ी खबर भी निकली गलत सिंधिया ने खुद चुनाव न लड़ने की जानकारी का किया खंडन
ग्वालियर /विधानसभा चुनावों को लेकर जहां राजनीतिक माहौल गर्माया हुआ है वहीं खबरों की दुनिया में खुद को आगे दिखाने की दौड़ में बिना तथ्यों के फेक न्यूज जारी करने का सिलसिला भी तेज हो गया है। बीते रोज पूर्व मंत्री नारायण सिंह के कांग्रेस में जाने की खबर दिनभर वायरल होती रही लेकिन देर शाम भोपाल से ग्वालियर लौटे नारायण सिंह ने मीडिया के सामने इस तरह की किसी भी बात से इंकार कर दिया। अब गुरुवार की शाम से आज सुबह तक ज्योतिरादित्य सिंधिया के विधानसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर देने की खबरें कई मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रही हैं लेकिन इस खबर को लेकर सिंधिया के केंद्रीय कार्यालय ने विधिवत खंडन का प्रेस नोट जारी कर दिया है। इस प्रकार यह खबर भी फिलहाल झूठी साबित हो गई है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार नहीं किया है।मंत्री ने यह बयान तब दिया, जब यहां मीडिया के एक वर्ग ने दावा किया कि गुरुवार देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास पर एक बैठक के दौरान, सिंधिया ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।सिंधिया ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा, ”कुछ मीडिया संगठन ऐसी खबरें चला रहे हैं कि मैंने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है, जो पूरी तरह से गलत है।”
उन्होंने यह साफ नहीं किया कि वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, हालांकि उनके इस बात से इनकार करने से इस बात की संभावना बढ़ गई है कि सिंधिया चुनाव लड़ सकते हैं।
जब से केंद्रीय भाजपा नेतृत्व ने तीन केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई दिग्गजों को उनके गृह जिलों से मैदान में उतारा है, तब से राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि सिंधिया भी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
सिंधिया ने मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए, जिससे तत्कालीन कमल नाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई।