बीआरओ ने की तांबाखाणी सुरंग को लेने की तैयारी
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की कवायद रंग लाई तो गंगोत्री हाईवे पर पिछले कई सालों से बदहाल तांबाखाणी सुरंग का पुनरोद्धार होगा। चारधाम सड़क परियोजना में सुरंग को अपने अधिकार क्षेत्र में लेने के लिए बीआरओ ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है।जिला मुख्यालय में गंगोत्री हाईवे पर 370 मीटर लंबी तांबाखाणी सुरंग का निर्माण वरुणावत भूस्खलन के दौरान मिले राहत पैकेज से हुआ था जिसके निर्माण पर लगभग 13 करोड़ खर्च किए गए हैं। सुरंग की मरम्मत के नाम पर भी लाखों खर्च किए गए हैं लेकिन सुरंग में पानी के रिसाव के चलते यह निर्माण के बाद से ही बदहाल बनी है। वहीं सुरंग से लगी सड़क को नगर पालिका छह सालों कूड़ा डंपिंग के लिए इस्तेमाल कर रही है। सुरंग किसी विभाग को हैंडओवर नहीं होने से मरम्मत कार्य लटका है। जिला प्रशासन की पहल पर बीआरओ ने अब सुरंग को अपने अधिकार क्षेत्र में लेने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। चौड़ीकरण के लिए होगा चिह्नीकरणचारधाम सड़क परियोजना में गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण के लिए बीआरओ ने चिह्नीकरण शुरू कर दिया है। चुंगी बड़ेथी से शुरू चिह्नीकरण के तहत सड़क के 12 मीटर चौड़ीकरण के लिए दोनों ओर पीले निशान लगाए गए हैं। इसके बाद बीआरओ ड्रोन से चिह्नीकरण का सर्वे करेगा। चारधाम सड़क परियोजना में तांबाखाणी सुरंग को अधिकार क्षेत्र में लेने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव को सैद्धांतिक अनुमोदन मिलने पर सुरंग के पुनरोद्धार के लिए डीपीआर तैयार कराई जाएगी।