आयुर्वेद से जुड़े छोटे कर्मचारी भी रोगियों के उपचार में बन सकेंगे मददगार
चंपावत। राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत आयुर्वेदिक चिकित्सा कर्मियों को दक्ष कर उन्हें बहुआयामी बनाने को प्रशिक्षण दिया गया। लोहाघाट तहसील में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला आयुर्वेदिक यूनानी चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनंद सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के साथ बढ़ते रुझान को देखते हुए अब छोटे कर्मियों को भी आयुर्वेदिक चिकित्सा में और सहयोगी बनने के लिए उन्हें अभिनव प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नोडल अधिकारी और मास्टर ट्रेनर डॉ. सुधाकर गंगवार की ओर से कर्मचारियों को प्राथमिक चिकित्सा, रैपिड किट, लैब टेस्टिंग और चिकित्सालय के कूड़े से पर्यावरण प्रभावित न हो इसके लिए कूड़ा प्रबंधन आदि के भी उपाय बताए जा रहे हैं।