ग्राउंड रिपोर्ट ही है पत्रकारिता की असली ताकत
मेरठ। ग्राउंड रिपोर्ट ही पत्रकारिता की वास्तविक शक्ति है। धारदार और कुछ अलग रिपोर्ट के लिए रिपोर्टर का ग्राउंड जीरो पर होना जरूरी है। अच्छा पत्रकार बनना है तो नियमित अखबार पढ़ें, खबरों और समाज पर पैनी नजर रखें। प्रतिदिन का रोजनामचा डायरी में लिखें। ऐसा करने वाले युवा विशेषीकृत रिपोर्टिंग में महारत हासिल कर सकते हैं जो किसी भी पत्रकार की एक विशिष्ट पहचान बनाती है।
आईआईएमटी विवि के स्कूल ऑफ मीडिया, फिल्म एंड टेलीविजन स्टडीज में यह बातें वरिष्ठ पत्रकार डॉ. महकार सिंह ने कहीं। डॉ. सिंह ने कहा कि जिज्ञासु बनें। खबर के पीछे की छिपी खबर की तलाश में जुटे रहें। उन्होंने भटठा पारसौल, मानसरोवर भवन वायर घोटाले जैसी केस स्टडी का जिक्र करते हुए कहा कि संवेदनशील मसलों की कवरेज में तथ्यों को ठीक ढंग से परख लें। क्रॉस चेक करें। सधी और संतुलित भाषा प्रयोग करें। डॉ सिंह ने रोहतक, अमरोहा, हापुड़, नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के अपने रिपोर्टिंग के अनुभव साझा करते हुए बताया कि पत्रकार के लिए खबरों के सूत्र सर्वाेपरि होते हैं।
इस अवसर पर स्कूल ऑफ मीडिया फिल्म एंड टेलीविजन स्टडीज की तरफ से प्रकाशित विशेषीकृत रिपोर्टिंग पुस्तक का भी लोकार्पण किया गया। संकाय अध्यक्ष डॉ. रविंद्र प्रताप राणा और प्रोफेसर डॉ नरेंद्र कुमार मिश्रा के संपादन में छपी इस पुस्तक में पत्रकारिता के विभिन्न आयामों को खुलकर समझाया गया है। इसमें डॉ महकार सिंह, शुभम गर्ग, विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा, डॉ पृथ्वी सेंगर डॉ अर्किन चावला, सचिन गोस्वामी, विभोर गौड़, अमित कुमार आदि शिक्षकों एवं वरिष्ठ पत्रकारों के भी लेख हैं। कार्यक्रम का संचालन संजीब कुमार मिश्रा ने किया। विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा और वरिष्ठ शिक्षक डॉ नरेंद्र कुमार मिश्रा ने डॉ महकार सिंह्् का स्मृति चिन्ह के साथ सम्मान किया।