Wed. May 7th, 2025

यूएस नगर में खुलेगी कुमाऊं की पहली साइलेज बनाने की फैक्टरी, मिलेगा रोजगार

सहकारिता विभाग की ओर से कुमाऊं की पहली साइलेज (पशु आहार) बनाने की फैक्टरी ऊधमसिंह नगर जिले में खोलने की कवायद की जा रही है। इसके लिए सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने भूमि की तलाश करना शुरू कर दी है। भूमि मिलने के बाद साइलेज का प्लांट स्थापित किया जाएगा, इसमें 10 से 15 लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाएं पशुओं के लिए पहाड़ों में घास काटने जाती हैं। इस दौरान उन्हें अक्सर बाघ और तेंदुए के हमलों से भी जूझना पड़ता है। इसको देखते हुए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना शुरू की थी। इसके माध्यम से पहाड़ के लोगों को आसानी से 25 से 30 किलो के साइलेज (पशु आहार) के वैक्यूम बैग उपलब्ध हो रहे हैं। अब पशुपालकों की मांग को देखते हुए तराई में भी मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है।  इसके लिए कुमाऊं की पहली साइलेज बनाने की फैक्टरी जिले में स्थापित की जाएगी। वर्तमान में देहरादून और हरिद्वार में साइलेज बनाने का प्लांट लगाया गया है। इसके माध्यम से साइलेज के वैक्यूम बैग तैयार कर

पशुपालकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ऊधमसिंह नगर जिले में फैक्टरी बनने के बाद साइलेज की पूरे कुमाऊं के पशुपालकों को आपूर्ति की जाएगी।

सहकारिता विभाग की ओर से साइलेज बनाने की फैक्टरी खोलने के लिए यूएस नगर में भूमि की तलाश की जा रही है। कई जगह भूमि देखी भी है, लेकिन उच्चाधिकारियों से संपर्क करके ही भूमि का चयन किया जाएगा, इसके बाद जिले में भी मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना संचालित की जाएगी। देहरादून व हरिद्वार में ही अभी पशु आहार बनाया जा रहा है। – डॉ. बीएस मनराल, जिला सहायक निबंधक।

पशु आहार खिलाने से ये होते हैं फायदे 

  • पशु आहार से दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार आता है, इससे दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फीसदी की वृद्धि होती है।
  • इस योजना के माध्यम से पशुपालकों के समय और श्रम की भी बचत होगी।
  • साइलेज में है पौष्टिक व गुणवक्ता युक्त चारा।
  • पशु आहार खिलाने से पशुपालकों की आय में होगी वृद्धि।

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