दिल्ली पब्लिक स्कूल का ‘कृष्णलीला’ वार्षिकोत्सव सम्पन्न -कोई बोले राम-राम’ ‘शब्द’ की प्रस्तुति भक्तिमय हुआ परिसर – बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया धुन पर नृत्य ने लोगों को मोह लिया
काशीपुर। रामनगर रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, काशीपुर में ‘आयोजित कृष्णलीला’ वार्षिकोत्सव
हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । काशीपुर की मेयर श्रीमती ऊषा चौधरी,एस.आई.एम.टी के डायरेक्टर डॉ योगराज सिंह, श्रीमती रेखा सिंह,सुजाता सरिन व डीपीएस की प्रिंसिपल पूजा शर्मा ने माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप पज्जवलित कर वार्षिकोत्सव का प्रारम्भ किया। इसके बाद स्कूल बैंड ने अपनी संगीत प्रस्तुति देकर पूरे वातावरण को संगीतमय कर दिया। इसके बाद विद्यार्थियों ने ‘कोई बोले राम-राम’ ‘शब्द’ की प्रस्तुति करके पूरे परिसर को भक्तिमय बना दिया। शबद की प्रस्तुति के बाद छात्रों ने विद्यालय साँग प्रस्तुत किया। विद्यालय साँग के बाद छात्रों द्वारा विद्यालय की उपलब्धियों के विषय में बताया। इसके बाद विद्यालय के वार्षिकोत्सव ‘कृष्णलीला’ का मंचन किया गया जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर कंसवध तक की विभिन्न कथाओं का विद्यार्थियों द्वारा बड़ा ही मनमोहक तथा आकर्षक अभिनय किया गया। कृष्णलीला के साथ भागों में से प्रथम भाग में भगवान के कृष्ण जन्म से लेकर वसुदेव द्वारा कृष्ण को गोकुल गाँव छोड़ने तक की कथा का सफलतापूर्वक मंचन किया गया। इसके बाद छात्राओं ने ‘बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया, नामक गीत की धुन पर नृत्य प्रस्तुत किया। कृष्णलीला के दूसरे भाग में श्रीकृष्ण द्वारा मी यशोदा को अपने मुख में ब्रह्माण्ड दर्शन का प्रदर्शन किया गया तत्पश्चात् प्री-नसरी से लेकर कद्वाा प्रेप के नन्हें-मुन्हें विद्यार्थियों ने ‘छोटी-छोटी गैया’ गीत पर अपनी मनमोहक नृत्य प्रस्तुति से सभी अभिभावकों को वात्सल्यपूर्ण कर दिया। नृत्य के पश्चात् कृष्णलीला के तीसरे भाग में ‘घण्टी देव नामक दृश्य का छात्रों द्वारा अभिनय किया गया जिसमें श्रीकृष्ण के गोपियों की मटकी फोड़ने की कथा का वर्णन है। तत्पश्चात् कक्षा 1 से 3 तक के विद्यार्थियों ने ‘मैया मोरी मैं नहीं माखन खायों’ गीत पर हृदयाकर्षक नृत्य किया। कृष्ण लीला के चौथे भाग में बाल कृष्ण द्वारा कालिया नाग पर विजय प्राप्त करने वाला दृश्य प्रस्तुत किया गया। कालिया नाग दृश्य के बाद हे कृष्ण हे कृष्ण नामक गीत पर छात्रों ने मनोहारी नृत्य की प्रस्तुति दी। कृष्णलीला के पाँचवे भाग में श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाने के दृश्य का मंचन हुआ, इसके बाद ‘वो कृष्णा है’ तथा ‘कान्हा सो जा जरा’ नामक गीतों पर विद्यालय की छात्राओं ने अत्यंत आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। कृष्णलीला के छठे भाग में श्रीकृष्ण के मथुरा गमन को प्रदर्शित किया गया तथा अंत में सातवें भाग में श्रीकृष्ण द्वारा पागल हाथी के वध, चिनूर-मुष्टिक पहलवानों को हराकर मथुरा के दुष्ट राजा कंस के वध का मंचन किया गया। विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई सभी प्रस्तुतियों पर दर्शीकें ने अपनी तालियाँ बजा कर भूरि-भूरि प्रशंसा की। कृष्णलीला के सफल मंचन के बाद विद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। अंत में मुख्य अतिथि श्रीमति ऊषा चौधरी ने अपने भाषण में इस वार्षिकोत्सव के सफल आयोजन की बधाइयाँ देते हुए सम्पूर्ण कार्यकम की प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने कृष्णलीला का उत्साह तथा उमंग के साथ अभिनय करके सभी पात्रों को फिर से सजीव कर दिया। अंत में वोट ऑफ थैंक्स के बाद कार्यकम समाप्त हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के प्रो०वी०सी० श्री गुरुदयाल सिंह सैनी तथा प्रबन्धक श्रीमति हरप्रीत कौर ने विद्यार्थियों द्वारा कृष्णलीला के सफल आयोजन की बधाईयाँ दी और बताया कि सभी विद्यार्थी अपनी पढ़ाई के साथ-साथ इस कार्यकम की भी तैयारी में लगे थे। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या कुमारी पूजा शर्मा ने बताया कि विद्यालय का लक्ष्य इस तरह के आध्यात्मिक कार्यकमों द्वारा विद्यार्थियों में अपनी आध्यात्मिक भावनाओं और संस्कारों को बढाना है। इस अवसर पर समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहें।