हिमालयी क्षेत्र के गांवों के विकास की नीति के लिए करार

अल्मोड़ा। गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी-कटारमल और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान हैदराबाद के बीच शोध और विकास कार्यों के लिए बुधवार को करार हुआ। राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के निदेशक प्रो. सुनील नौटियाल और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान हैदराबाद के महानिदेशक आईएएस डाॅ. जी. नरेंद्र कुमार ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। संस्थान के निदेशक प्रो. नौटियाल ने कहा कि इस करार के तहत दोनों संस्थानों के विशेषज्ञ हिमालयी क्षेत्रों के ग्रामीण विकास के लिए नीति तैयार करने को मिलकर कार्य करेंगे। उन्होंने संस्थान की ओर से फरवरी 2024 में एक राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने का प्रस्ताव रखते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान, हैदराबाद के महानिदेशक को संस्थान भ्रमण के लिए आमंत्रण भी दिया। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान, हैदराबाद के महानिदेशक डॉ. कुमार ने कहा कि दोनों संस्थानों के कार्यक्षेत्रों में काफी समानता है। पर्यावरण संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. जेसी कुनियाल ने कहा कि इस करार के माध्यम से दोनों संस्थानों को शोध कार्यों के साथ नीति निर्माण में भी लाभ मिलेगा। यहां वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. आईडी भट्ट, संस्थान के हिमाचल क्षेत्रीय केंद्र प्रमुख डॉ. आरके सिंह, डाॅ. सतीश आर्य, महेश सती, अंकित धनै आदि मौजूद रहे।