एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को इस साल भी ब्लड कंपोनेंट यूनिट सेंटर की सौगात नहीं मिली। अब 2024 में सेंटर में कंपोनेंट मशीन उपलब्ध होनी की उम्मीद लगाई जा रही है। सेंटर शुरू होने से डेंगू और दूसरे मरीजों को कंपोनेंट के लिए बड़ी राहत मिलेगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के तहत सरकारी अस्पताल परिसर में करीब 9.58 लाख रुपये की लागत से ब्लड कंपोनेंट यूनिट भवन का निर्माण शुरू हुआ। ब्लड बैंक के समीप करीब 50 स्क्वायर मीटर स्थान पर इसका निर्माण हुआ है। जनवरी 2023 में इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई थी। जून 2023 में भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया था। उम्मीद थी कि इस साल के अंत तक मरीज और तीमारदारों को इसका लाभ मिल जाएगा। लेकिन निर्माण कार्य इस साल अधूरा रह गया। मरीजों को अब ब्लड कंपोनेंट यूनिट सेंटर शुरू होने के लिए 2024 का इंतजार है। ब्लड में चार कंपोनेंट होते हैं। इनमें लाल रक्त कणिकाएं (आरबीसी), श्वेत रक्त कणिकाएं (डब्लूबीसी), प्लाज्मा, प्लेटलेट्स शामिल हैं। कंपोनेंट यूनिट में ब्लड से यह कंपोनेंट अलग किए जाते हैं। इससे लाभ यह होगा कि मरीजों को जिस कंपोनेंट की जरूरत होगी, उसे वहीं कंपोनेंट दिया जा सकेगा।
ब्लड कंपोनेंट यूनिट सेंटर का काम अब सीएमओ स्तर से होगा। उच्चाधिकारियों की ओर से इसके लिए विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। 2024 तक सेंटर शुचारू होने की उम्मीद है। – डाॅ. पीके चंदोला, सीएमएस