अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के अंतिम दिन कनाडाई फिल्म निर्माता मार्टिंग फाजेली ने 20 से अधिक फिल्म निर्माताओं की ऑनलाइन मास्टरक्लास ली। यह क्लास सामाजिक मुद्दे पर वृत्तचित्र तैयार करने पर आयोजित की गई। इस दौरान महोत्सव में 10 लघु फिल्में भी दिखाई गईं जिसमें एक की शूटिंग मुनस्यारी में की गई थी। फिल्म महोत्सव के आयोजक फिल्म निर्माता गोपाल कृष्ण ने बताया कि उत्तराखंड के मुनस्यारी के एक गांव की महिलाओं पर बनी लघु फिल्म ‘फायर इन द माउंटेन’ की दर्शकों ने जमकर सराहना की। इसे अजीत पाल सिंह ने निर्देशित किया है। यह कई फिल्म महोत्सव में पुरस्कार जीत चुकी है। इसके साथ आयुष्मान पांडे की कामठीपुरा, सौमित्र बागची की विंडो शॉपिंग, अनंत जैन और प्रांजल आचार्य निर्देशित लॉस्ट फ्रैगमेंट, प्रद्युम्न पाटिल निर्देशित ब्लैक होल और कबीर दवे की ग्रासकटर जैसी लघु फिल्में भी दिखाई गईं। इनके अलावा, पर्यावरण और स्थिरता के मुद्दों पर आधारित एएलटी ईएफएफ द्वारा तैयार तीन लघु वृत्तचित्रों का भी चयन किया गया। महोत्सव में 20 लघु, पांच फीचर लंबाई वृत्तचित्र और पांच फीचर लंबाई फिल्मों का प्रदर्शन हुआ। इसके अलावा, फिल्म प्रशंसा, अभिनय में नवरस, स्क्रीन लेखन और वृत्तचित्र फिल्म निर्माण जैसे विषयों पर चार कार्यशालाएं और मास्टरक्लास आयोजित की गईं। फिल्म महोत्सव में आईटीएम डीआरडीओ के निदेशक श्रीधर कट्टी, उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी आदि ने प्रतिभाग किया।