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शिमला आने वाला हर पर्यटक देगा पर्यावरण संरक्षण का संदेश, सैलानियों को दी जाएगी ये खास चीज; पढ़ें क्या है प्रशासन का प्लान

शिमला।  में आने वाले पर्यटक अब पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देंगे। नगर निगम शिमला ने हर पर्यटक को कागज व कपड़े का बैग देने की योजना बनाई है। नगर निगम ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है। राज्य सरकार की मंजूरी के बाद इसे पूरे शहर में लागू किया जाएगा। नगर निगम प्रशासन का मानना है कि पर्यावरण को साफ बनाने के लिए और शहर को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए यह नई पहल की गई है।

नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर के पर्यावरण को बचाना विकास के साथ प्राथमिकता है। इसके लिए योजना तैयार की है। अप्रैल 2024 से शहर में आने वाले हर पर्यटक को बैग देने की योजना है।

इसके लिए राज्य के बड़े औद्योगिक घरानों से मदद की जाएगी। शिमला सहित पूरे हिमाचल में पहले ही पॉलीथीन पर प्रतिबंध है। पर्यटन स्थल होने के नाते यहां पर पर्यटक काफी संख्या में आते हैं।

वे अपने साथ काफी मात्रा में प्लास्टिक के बैग भी लाते हैं। इसे कैसे भविष्य में खत्म किया जा सकता है, इस पर निगम प्रशासन लगातार ही काम कर रहा था। मेयर सुरेंद्र चौहान के आदेश के साथ साफ है कि इस दिशा में काफी जल्दी से काम होगा।

सैलानी शहर में बाहर से पॉलीथीन लाते हैं, उनके जाने के बाद ये शहर में छूट जाता है। इसलिए पॉलीथीन को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हर प्रवेश द्वार पर पर्यटकों को कपड़े और कागज के बैग दिए जाएंगे। उन्हें बिना बैग के परेशानी न हो। साथ ही पर्यावरण को भी बचाया जा सके।

वर्ष 2022 में दो करोड़ 56 लाख पांच हजार 269 पर्यटक राजधानी शिमला में घूमने के लिए आए थे। इसके अलावा 10 हजार 998 विदेशी पर्यटक भी शिमला में घूमने के लिए 20222 में पहुंचे थे। 2023 में पर्यटकों का आंकड़ा डेढ़ करोड़ तक पहुंचा है।

केंद्र सरकार व विश्व बैंक के सहयोग से जिला सिरमौर में बेहतर यातायात सुविधा प्रदान करने के लिए हिमाचल के पहले ग्रीन कॉरिडोर का कार्य अंतिम चरण में है।31 मार्च 2024 तक ग्रीन कॉरिडोर के कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है। उम्मीद जताई जा रही है कि जून तक ग्रीन कॉरिडोर तैयार होगा। पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा राष्ट्रीय राजमार्ग के 120 किलोमीटर के हिस्से में से जिला सिरमौर के तहत आने वाले 103 किलोमीटर का निर्माण कार्य आजकल अंतिम चरण पर है।

सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की ओर से पहले ग्रीन कॉरिडोर के रूप में एनएच का निर्माण करवाया जा रहा है।

ग्रीन कॉरिडोर का उद्देश्य लोगों को बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करने के साथ सड़क के किनारे दोनों और हरियाली को बनाना भी है। इसके लिए दोनों और पौधे लगाने व पार्क बनाए जाएंगे। ने का कार्य चल रहा है। ग्रीन कारिडोर में वायु प्रदूषण तथा धूल के प्रभाव को कम करने के लिए भी पौधे लगाए जा रहे हैं।

इन पौधों से भविष्य में पहाड़ तथा सड़क के निचले हिस्से में होने वाले भूस्खलन भूमि कटाव को रोकने में भी सहायता मिलेगी। सड़क निर्माण के लिए कटिंग कर मिट्टी को डंपिंग साइड पर एकत्रित किया जा रहा है। इस डंपिंग साइट पर जगह-जगह पार्कों का निर्माण कार्य भी जारी है।

जिला सिरमौर की 103 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए विश्व बैंक की ओर से केंद्र सरकार ने 1150 करोड़ रुपये जारी किए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क परिवहन मंत्रालय के पांवटा साहिब में प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक पंचाल ने बताया कि एनएच का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।

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