मानव-वन्यजीव संघर्ष में 37 लोगों की जान गई और 151 लोग घायल हुए। यह बात कुमाऊं मंडल की विभागीय समीक्षा बैठक में संबंधित विभाग के अधिकारियों ने कही। उन्होंने कहा कि 19.45 लाख की धनराशि पीड़ितों को दी गई है। इसके बाद आयुक्त दीपक रावत ने सम्बंधित विभाग को वन्य जीव संघर्ष को रोकने के लिए प्लान बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। मंगलवार को आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में नैनीताल क्लब में समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान आयुक्त ने 2023-24 में मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रकरण के तहत घायल-मृत्यु और उपलब्ध धनराशि की जिलावार समीक्षा की।
आयुक्त ने वनागिन की घटनाओं को रोकने के लिए डीएफओ और जिलाधिकारियों से तालमेल के साथ कार्य करने की बात कही। जिला योजना, 10 करोड़ से अधिक के लागत कार्य, जिला स्तर पर लंबित वन भूमि प्रकरण, मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रकरण कम करने समेत अन्य मामलों पर चर्चा हुई।
कार्यों पर देरी में ठेकेदार पर करें कार्रवाई
नैनीताल में कार्यों में वन विभाग की आपत्तियों के कारण देरी होने पर उन्होंने डीएफओ से समन्वय कर कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही ठेकेदार की ओर से जिन स्थानों पर कार्य नहीं किया जा रहा है उनके विरुद्ध कार्रवाई की बात कही। पुलिस और परिवहन विभाग को रात में परिवहन सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए। बाहर से आकर बिना अनुमति व्यवसाय कर रहे लोगों के सत्यापन करने के भी निर्देश दिए। आयुक्त ने मंडल में जलजीवन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान अल्मोड़ा, चंपावत समेत अन्य जिलों में जलजीवन मिशन के 122 कार्यों में प्रगति संतोषजनक नहीं मिली।