राजधानी में कोरोना / भोपाल में 22 नए केस मिले; नए इलाकों में फैला संक्रमण, अब तक 2418 पॉजिटिव, कोरोना से 73 की मौत
भोपाल. भोपाल में शुक्रवार को संक्रमण के 22 नए केस सामने आए हैं। कोरोना का संक्रमण अब नए-नए क्षेत्रों में फैलना शुरू हो गया है। शुक्रवार को सीआरपी कालोनी बैरागढ़ में तीन पॉजिटिव केस मिले हैं। इसके साथ ही शाहजहांनाबाद, जहांगीराबाद, बैरागढ़, बरखेड़ी, तलैया और अन्य इलाकों से संक्रमित केस मिले हैं। अब भोपाल में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2418 हो गई है। वहीं 73 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 1668 लोग संक्रमण को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं। अब राजधानी में 641 केस बचे हैं।
भोपाल में करीब एक पखवाड़े (15 दिन) बाद कोरोना के संक्रमितों की संख्या 50 से नीचे पहुंची है। एक जून के बाद अनलॉक 1 में बाजार और 8 जून को धार्मिक स्थल भी खुल गए थे। इसके बाद कोरोना संक्रमण में तेजी आ गई थी। सरकारी दफ्तरों में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
रायसेन में रैपिड एक्शन फोर्स के 7 जवान कोरोना संक्रमित
रायसेन जिले के ओबेदुल्लागंज के ग्राम हिनोतिया में स्थित आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) की 107 बटालियन के 7 जवानों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इन 6 जवानों के संपर्क में आए लगभग 170 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। इन सभी का इलाज एम्स भोपाल में चल रहा है। बताया जाता है कि यह जवान भोपाल में ड्यूटी करने के दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। इनके संपर्क में आने वाले 170 जवानों के भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे।
भोपाल से लौटने के बाद हुए क्वारेंटाइन
रैपिड एक्शन फोर्स की बटालियन 2 जून को भोपाल से वापस लौटी थी। तब से ही उन्हें अलग बैरक में क्वारेंटाइन कर दिया था। लेकिन खानसामा और थर्मल स्क्रीनिंग करने वाले जवान के संपर्क में करीब 170 दूसरे जवान आए हैं। आरएएफ ने उन्हें पहले ही एक बैरक में क्वारेंटाइन कर दिया था। वहीं प्रशासन ने इस क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित किया है।
57 पुलिसकर्मी हुए थे क्वारैंटाइन
रायसेन के टिफिन सेंटर संचालक के कोरोना पॉजिटिव होने पर पुलिस के 57 कर्मचारियों को होम क्वारैंटाइन किया गया था। इन सब के सैंपल भी इसी तरह से जांच के लिए भेजे गए थे। हालांकि सभी की रिपोर्ट निगेटिव होने पर उन्हें 14 दिन के बाद वापस ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया था। इन पुलिस कर्मचारियों को टिफिन सेंटर संचालक द्वारा भी भोजन उपलब्ध कराया जाता था।