Fri. Nov 1st, 2024

रिलायंस अब कर्जदार नहीं / कंपनी ने निवेशकों से किया कर्जमुक्त बनने का वादा समय से पहले निभाया, 58 दिनों में 1.68 लाख करोड़ रुपए जुटाए

नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण सामने आने के बाद एक ओर जहां दुनियाभर की कंपनियां मुश्किलों का सामना कर रही हैं। वहीं, दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने 1.68 लाख करोड़ रुपए जुटा लिए हैं। इस निवेश के साथ आरआईएल अपने तय समय से पहले कर्जमुक्त कंपनी बनने जा रही है। शुक्रवार को आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी ने निवेशकों से किया कर्जमुक्ति का वादा समय से पहले पूरा किया है।

आरआईएल ने 58 दिन में जुटाए 1.68 लाख करोड़ रुपए

आरआईएल ने 58 दिनों में 1.68 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसमें जियो प्लेटफॉर्म्स की हिस्सेदारी बिक्री और राइट्स इश्यू के जरिए जुटाई गई राशि शामिल है। जियो प्लेटफार्म्स में वैश्विक निवेशकों ने 1.15 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। वहीं, राइट्स इश्यू के जरिए 53,124.20 करोड़ रुपए की राशि मिली है। आरआईएल का कहना है कि पेट्रोल-रिटेल को लेकर बीपी के साथ जॉइंट वेंचर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुल निवेश बढ़कर 1.75 लाख करोड़ रुपए हो जाएगा। 31 मार्च 2020 तक आरआईएल पर 1.61 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था। ऐसे में इस निवेश के साथ आरआईएल कर्ज मुक्त हो गई है।

ऐसे मिले 1.68 लाख करोड़ रुपए

जियो प्लेटफॉर्म्स में इन कंपनियों ने किया निवेश

कंपनी   निवेश की तारीख   निवेश (करोड़ रु. में) हिस्सेदारी
फेसबुक 22 अप्रैल 43,573.72 9.99%
सिल्वर लेक पार्टनर्स 4 मई 5,655.75 1.15%
विस्टा इक्विटी पार्टनर्स 8 मई 11,367 2.32%
जनरल अटलांटिक 17 मई 6,598.38 1.34%
केकेआर 22 मई 11,367 2.32%
मुबाडला 5 जून 9093.60 1.85%
सिल्वर लेक अन्य निवेश 5 जून 4546.80 0.93%
आबूधाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी 7 जून 5683.50 1.16%
टीपीजी 13 जून 4546.80 0.93%
एल केटरटन 13 जून 1894.50 0.39%
पीआईएफ 18 जून 11,367 2.32%
कुल             1,15,693.95     24.70%
राइट्स इश्यू 20 मई से 3 जून 53,124.20
कुल निवेश 168,818.15

नोट: निवेश की राशि करोड़ रुपए में है।

12 अगस्त 2019 को किया था कर्जमुक्त कंपनी बनाने का वादा

आरआईएल के सीएमडी मुकेश अंबानी ने 12 अगस्त 2019 को 42वीं एजीएम में निवेशकों से कंपनी को 31 मार्च 2021 तक कर्जमुक्त बनाने का वादा किया था। मुकेश अंबानी ने कहा था कि हमारे पास 18 महीने में कर्जमुक्त होने का एक स्पष्ट रोडमैप है। अब मुकेश अंबानी ने कहा है कि जियो और रिलायंस रिटेल जैसे कंज्यूमर कारोबार में निवेशकों ने खास रुचि दिखाई है। हम अगली कुछ तिमाही में इन वैश्विक भागीदारों को अपने दोनों कारोबार में शामिल करेंगे। अगले पांच साल में दोनों कंपनियों की लिस्टिंग के साथ हमारी कंपनी दुनिया की सबसे मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनी बन जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *